लखनऊ: राजधानी के नगर निगम की सीमा में बहुत से खाली प्लॉट पड़े हैं. इन प्लाटों की बाउंड्री भी नहीं हुई है. ऐसे खाली पड़े प्लाटों में गंदगी का ढेर होने के कारण लगातार बीमारियों को फैलने का डर बना है. नगर निगम द्वारा बार-बार खाली प्लाटों की सफाई भी कराई जाती है. बावजूद इसके पुनः यह प्लाट गंदगी व कूड़े से भर जाते हैं.
लखनऊ के नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने राजधानी के समस्त नागरिकों, प्लाट के मालिकों और भवन स्वामी से अपील करते हुए कहा है कि खाली पड़े प्लाटों में गंदगी व मलबा न एकत्रित करें, अन्यथा इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नगर आयुक्त ने शहर के खाली पड़े प्लाटों का कर निर्धारण भी शुरू करा दिया है. इसे पूरा करने के लिए जोनल अधिकारियों को 15 दिन का समय भी दिया गया है.
4,168 प्लाटों का हुआ कर निर्धारण
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि अब तक 4,168 प्लाटों का कर निर्धारण किया जा चुका है. शेष खाली प्लाटों का कर निर्धारण भी बहुत जल्द कर लिया जाएगा. कर निर्धारण के अतिरिक्त जिन प्लाटों पर कूड़ा-गंदगी पाई गई तो ऐसे प्लाट के स्वामियों को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के अंतर्गत 50 हजार तक का जुर्माना किया जाएगा और संपत्ति कर व जुर्माने की धनराशि न जमा करने पर उनके खाली प्लाटों पर बाउंड्री वाल करके ऐसे प्लॉटों की नीलामी भी कराई जाएगी.
वहीं नगर आयुक्त ने जनपद वासियों से स्वच्छता अभियान में सहयोग करने की अपील की है. नगर निगम ने राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में शराब की दुकानों द्वारा लाइसेंस शुल्क न जमा किए जाने के कारण इन दुकानों के विरुद्ध सीलिंग की कार्रवाई की है. बता दें कि राजधानी में लगातार जिस तरह से डेंगू का संक्रमण बढ़ रहा है, इसी को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने यहां अभियान चलाया हुआ है, जिससे साफ-सफाई करा कर इस बीमारी से निजात मिल सके.