लखनऊ: हाथरस गैंगरेप मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर टिप्पणी की थी. वहीं मंगलवार को पीड़िता की मौत के बाद ईटीवी से बातचीत में आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर बलात्कारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि घटना के बाद गैंगरेप का मुकदमा नहीं दर्ज किया गया था.
दरअसल, यूपी के हाथरस जिले में नाबालिग किशोरी के साथ गैंगरेप और उसकी जीन काटने की घटना हुई थी. मामले में पीड़ित परिजनों की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी. वहीं इलाज के दौरान मंगलवार को पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. मामले को लेकर विपक्ष ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला.
मीडिया ट्रायल के बाद बढ़ाई गई धारा
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि घटना के समय केवल 307 की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था. मीडिया ट्रायल के बाद धाराएं बढ़ाई गईं. उन्होंने इलाज में भी लापरवाही का आरोप लगाया. संजय सिंह ने कहा कि पीड़िता को एम्स में भर्ती कराना चाहिए था, लेकिन उसको सफदरजंग अस्पताल में भर्ती किया गया. इससे सरकार की मंशा जाहिर होती है. योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार 24 करोड़ जनता की न होकर एक जाति विशेष की सरकार बनकर काम कर रही है.
आरोपियों के बचाने का काम कर रही प्रदेश सरकार
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार इस मामले में आरोपियों को बचाने का काम कर रही थी. तभी पहले गैंगरेप का मुकदमा न दर्ज करके केवल धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. योगी सरकार को रात में सोते समय अपनी आत्मा की आवाज सुननी चाहिए. पडरौना और जौनपुर से मड़ियाहूं की घटनाएं इस बात को साबित करती हैं कि प्रदेश में जंगलराज नहीं बल्कि कुछ और भी है.
उन्होंने कहा कि जंगल में भी कुछ कानून होता है, लेकिन प्रदेश में कानून-व्यवस्था जैसी कोई चीज नहीं है. संजय सिंह ने प्रदेश सरकार पर एक जाति विशेष के लिए काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 36 जिलों में 46 अधिकारी एक जाति विशेष के हैं.