लखनऊ: यूपी चैप्टर ऑफ एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया द्वारा 'यूपी एपिकॉन'- 2019 का आयोजन 20 सितंबर से 22 सितंबर तक किया जा रहा है. यह आयोजन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जा रहा है. इसकी जानकारी देने के लिए केजीएमए के कलाम सेंटर में आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.
बीमारियों के प्रति किया जाएगा जागरूक
इस सेमिनार के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. डी. हिमांशु ने बताया कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से भी अलग-अलग विभागों के प्रोफेसर और विशेषज्ञ कई अलग-अलग बातों पर चर्चा करेंगे. यहां एक वर्कशॉप भी की जाएगी जो विशेषज्ञों और विद्यार्थियों के साथ आम जनमानस में भी तमाम तरह की बीमारियों के प्रति जानने और समझने के लिए जागरूकता बढ़ाएगी. डॉ. हिमांशु ने बताया कि केजीएमयू के रह्यूमटोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनुपम वाखलू बोन मिनिरल डेंसिटी के बारे में चर्चा करेंगे. यह सीनियर सिटीजन और खासकर महिलाओं में कूल्हे के फ्रैक्चर का मुख्य कारण होता है.
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बीमारियों के अलग-अलग विषयों पर की जाएगी चर्चा
न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. एच. एस. मल्होत्रा एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के बारे में चर्चा करेंगे, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक हो रहा है. इसके अलावा आई.एम.एस बीएचयू से मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. मधुकर राय पेरिमेनोपजल सिंड्रोम के बारे में बात करेंगे. यह मोनोपॉज के बाद होता है. एसजीपीजीआई लखनऊ से डॉक्टर अमित गोयल हेपेटाइटिस बी और सी के बारे में जानकारी देंगे. साथ ही एक नई डॉयरेक्ट एक्टिंग एंटीवायरस दवा के उपयोग पर चर्चा करेंगे, जो हेपेटाइटिस सी के उपचार में सहयोगी होती है.
कई जिलो के शोधार्थी प्रस्तुत करेंगे रिसर्च पेपर
यह सेमिनार तीन दिवसीय है, जो कि अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाएगी. इसमें न केवल केजीएमसी बल्कि बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, झांसी, प्रयागराज, गोरखपुर, फैजाबाद और यहां तक कि रोहतक के आसपास के क्षेत्रों से भी शोधार्थी नए-नए विषयों पर अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने वाले हैं.