ETV Bharat / state

संघ के विरोध के बाद भी भाजपा में शामिल हुए शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी - शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी

शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी और माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के महासचिव अजय सिंह बुधवार को अपने साथियों के साथ भाजपा में शामिल हो गए. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इन्हें सदस्यता दिलाई.

शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी भाजपा में शामिल
author img

By

Published : Nov 14, 2019, 10:21 AM IST

Updated : Nov 14, 2019, 1:00 PM IST

लखनऊ. शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए. इनके साथ ही माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के महासचिव अजय सिंह सहित शिक्षक संघ के कई पदाधिकारियों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. सभी को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाई.

शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी भाजपा में शामिल.

सूत्रों के अनुसार, उमेश द्विवेदी को भाजपा ज्वॉइन कराने और शिक्षक एमएलसी का टिकट दिलाने में बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. दूसरी ओर उमेश द्विवेदी की भाजपा में ज्वॉइनिंग से आरएसएस के लोग नाराज बताए जा रहे हैं. आरएसएस के सूत्रों की मानें तो उमेश द्विवेदी ने प्रधानाचार्य के पद पर रहते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर पर कब्जा किया था, जिसे बाद में एक ट्रस्ट को दे दिया गया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्कूलों के प्रबंधन का काम देखने वाले संगठन विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री जेपी सिंह ने ईटीवी को फोन पर बताया कि उमेश द्विवेदी के ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं. इनको लेकर पूर्व में भी लगातार शिकायतें होती रही हैं.

आरएसएस के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारकों ने बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व से उमेश द्विवेदी को शिक्षक एमएलसी का चुनाव लड़ाए जाने व भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराए जाने को लेकर विरोध किया था. उन्होंने नाराजगी भी जताई थी कि जो व्यक्ति अपने परिवार के विद्यालय पर कब्जा कर चुका है, जिसकी छवि ठीक नहीं है, ऐसे व्यक्ति को साथ में नहीं लेना चाहिए. इसके बावजूद उमेश द्विवेदी को भाजपा में शामिल किया गया.

उमेश द्विवेदी ने आरोपों को बताया निराधार
शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी ने विद्यालय कब्जा करने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विद्यालय विश्वनाथ सिंह धर्मार्थ ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता रहा है. मैं उस विद्यालय में प्रधानाचार्य था. इस कारण लोग विद्यालय पर कब्जा करने का आरोप लगा रहे हैं, जो ठीक नहीं है. यह पूरी तरह निराधार है. राजनीतिक कारणों से इस प्रकार के आरोप लगाए जाते हैं.

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों का दुख-दर्द सरकार दूर कर रही है. आगे भी बीजेपी के स्तर पर जो भी मदद करनी होगी की जाएगी. उमेश द्विवेदी के भाजपा में शामिल होने से पार्टी और मजबूत हुई है. इससे शिक्षक एमएलसी चुनाव में भाजपा की राह आसान होगी.
- स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

जिस भी व्यक्ति की पार्टी में ज्वॉइनिंग होती है, उसकी जिला और क्षेत्र स्तर पर अनुमति ली जाती है. उसके बाद ही पार्टी का प्रदेश नेतृत्व संबंधित व्यक्ति को ज्वॉइन कराता है. जहां तक उमेश द्विवेदी की बात है, उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं है. यह सब भ्रामक बातें हैं.
- हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

लखनऊ. शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए. इनके साथ ही माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के महासचिव अजय सिंह सहित शिक्षक संघ के कई पदाधिकारियों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. सभी को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाई.

शिक्षक संघ के कई पदाधिकारी भाजपा में शामिल.

सूत्रों के अनुसार, उमेश द्विवेदी को भाजपा ज्वॉइन कराने और शिक्षक एमएलसी का टिकट दिलाने में बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. दूसरी ओर उमेश द्विवेदी की भाजपा में ज्वॉइनिंग से आरएसएस के लोग नाराज बताए जा रहे हैं. आरएसएस के सूत्रों की मानें तो उमेश द्विवेदी ने प्रधानाचार्य के पद पर रहते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर पर कब्जा किया था, जिसे बाद में एक ट्रस्ट को दे दिया गया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्कूलों के प्रबंधन का काम देखने वाले संगठन विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री जेपी सिंह ने ईटीवी को फोन पर बताया कि उमेश द्विवेदी के ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं. इनको लेकर पूर्व में भी लगातार शिकायतें होती रही हैं.

आरएसएस के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारकों ने बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व से उमेश द्विवेदी को शिक्षक एमएलसी का चुनाव लड़ाए जाने व भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराए जाने को लेकर विरोध किया था. उन्होंने नाराजगी भी जताई थी कि जो व्यक्ति अपने परिवार के विद्यालय पर कब्जा कर चुका है, जिसकी छवि ठीक नहीं है, ऐसे व्यक्ति को साथ में नहीं लेना चाहिए. इसके बावजूद उमेश द्विवेदी को भाजपा में शामिल किया गया.

उमेश द्विवेदी ने आरोपों को बताया निराधार
शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी ने विद्यालय कब्जा करने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विद्यालय विश्वनाथ सिंह धर्मार्थ ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता रहा है. मैं उस विद्यालय में प्रधानाचार्य था. इस कारण लोग विद्यालय पर कब्जा करने का आरोप लगा रहे हैं, जो ठीक नहीं है. यह पूरी तरह निराधार है. राजनीतिक कारणों से इस प्रकार के आरोप लगाए जाते हैं.

स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों का दुख-दर्द सरकार दूर कर रही है. आगे भी बीजेपी के स्तर पर जो भी मदद करनी होगी की जाएगी. उमेश द्विवेदी के भाजपा में शामिल होने से पार्टी और मजबूत हुई है. इससे शिक्षक एमएलसी चुनाव में भाजपा की राह आसान होगी.
- स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

जिस भी व्यक्ति की पार्टी में ज्वॉइनिंग होती है, उसकी जिला और क्षेत्र स्तर पर अनुमति ली जाती है. उसके बाद ही पार्टी का प्रदेश नेतृत्व संबंधित व्यक्ति को ज्वॉइन कराता है. जहां तक उमेश द्विवेदी की बात है, उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं है. यह सब भ्रामक बातें हैं.
- हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा

Intro:एंकर लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह वहा योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की उपस्थिति में आज शिक्षक एमएलसी वित्तविहीन शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष उमेश द्विवेदी भाजपा का दामन थाम लिया। आरएसएस सूत्रों के अनुसार शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी के ऊपर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर को कब्जा किया था प्रधानाचार्य रहते हुए, जिसे बाद में एक ट्रस्ट को दे दिया गया था, इसी बात को लेकर आरएसएस के लोग नाराज हैं।


Body:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी वित्तविहीन शिक्षक संगठन के प्रदेश महामंत्री अजय सिंह सहित अन्य तमाम वित्तविहीन शिक्षक संघ से जुड़े पदाधिकारियों को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई। सूत्र बताते हैं कि उमेश द्विवेदी की बीजेपी में जॉइनिंग और शिक्षक एमएलसी का टिकट दिलाए जाने को लेकर बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा की भूमिका महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्कूलों के प्रबंधन का काम देखने वाले संगठन विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री जेपी सिंह ईटीवी को फोन पर बताया कि इनके ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं और लगातार इन को लेकर शिकायत भी पूर्व में होती रहे हैं जिन्होंने विचार परिवार के विद्यालय पर कब्जा किया है अब भाजपा में शामिल हुए हैं या नहीं उन्हें इस प्रकार की जानकारी नहीं है। आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारकों ने किया है विरोध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सूत्रों के अनुसार दो वरिष्ठ प्रचार कौन है बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व से शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी को शिक्षक एमएलसी का चुनाव लड़ाए जाने या भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराए जाने को लेकर विरोध किया था और नाराजगी भी जताई थी कि जो व्यक्ति अपने विचार परिवार के विद्यालय पर कब्जा कर चुका है।उसकी छवि ठीक नहीं है तो ऐसे व्यक्तियों को को साथ में नहीं लेना चाहिए बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी में उमेश द्विवेदी की जॉइनिंग बुधवार को हो गई। आरएसएस के दो वरिष्ठ लोगों ने बताया कि इसकी जानकारी दी गई थी। सूत्रों के अनुसार उमेश द्विवेदी आरएसएस से जुड़े रहे विश्वनाथ सिंह स्मारक सरस्वती शिशु मंदिर पर प्रधानाचार्य रहते हुए कब्जा कर लिया और फिर बाद में उसकी संबद्धता आरएसएस से समाप्त कर ली। बाईट स्वतंत्रदेव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाने के बाद कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों का दुख दर्द सरकार दूर कर रही है और आगे भी बीजेपी के स्तर पर जो भी मदद करनी होगी वह भी वित्तविहीन शिक्षकों की मदद करेगी उमेश द्विवेदी के भाजपा में शामिल होने से पार्टी और मजबूत हुई है और शिक्षक एमएलसी चुनाव में भाजपा की राह आसान होगी। बाईट हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव कहते हैं कि जिस भी व्यक्ति की जॉइनिंग होती है पार्टी में उसकी जिला और क्षेत्र स्तर पर संस्कृति ली जाती है और उसके बाद ही पार्टी का प्रदेश नेतृत्व संबंधित व्यक्ति को ज्वाइन कराता है जहां तक उमेश द्विवेदी की बात है उन्हें इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं है यह सब भ्रामक बातें हैं।


Conclusion:शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी ने कहा, विद्यालय ट्रस्ट चलाता है शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी ने विद्यालय कब्जा करने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि वह संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य थे पूर्व में और वह विद्यालय विश्वनाथ सिंह धर्मार्थ ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता रहा है मैं उस विद्यालय में प्रधानाचार्य था इस कारण लोग विद्यालय पर कब्जा करने के आरोप लगा रहे हैं जो ठीक नहीं है निराधार है राजनीतिक कारणों से इस प्रकार के आरोप लगाए जाते हैं।
Last Updated : Nov 14, 2019, 1:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.