लखनऊ : प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर एक तरफ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम तैयारी कर रहा है और 7000 बसें संचालित करने की योजना बनाई है, वहीं अब परिवहन विभाग भी महाकुंभ के लिए बसों का संचालन करेगा. प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-एक अस्थाई बस स्टेशन परिवहन विभाग की तरफ से बनाया जा रहा है. इन बस स्टेशनों से प्राइवेट बसें कुंभ के लिए संचालित कराई जाएंगी. परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी. प्राइवेट बस ओनर्स एसोसिएशन की बस संचालन की जिम्मेदारी होगी.
प्रयागराज में 20 दिन बाद महाकुंभ शुरू हो जाएगा. उत्तर प्रदेश ही नहीं देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करने पहुंचेंगे. श्रद्धालुओं को प्रयागराज स्थित महाकुंभ तक पहुंचने में किसी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए रेलवे और परिवहन निगम व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटा है. रेलवे प्रशासन की तरफ से तमाम महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें संचालित की जाएंगी तो परिवहन निगम ने 7000 महाकुंभ स्पेशल बसों के संचालन की तैयारी कर ली है.
अधिकारियों के मुताबिक, इनमें 350 शटल बसें होंगी जो अलग ही रंग में श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगी? परिवहन निगम जहां रोडवेज बसों का संचालन कर श्रद्धालुओं को महाकुंभ तक पहुंचाएगा तो वहीं परिवहन विभाग भी प्राइवेट बसों का संचालन कर श्रद्धालुओं को महाकुंभ तक पहुंचने में मदद करेगा. परिवहन विभाग की तरफ से सभी 75 जिलों में एक-एक अस्थाई बस स्टेशन बनाने के लिए जगह चिन्हित की जा रही है.
लखनऊ में बनेगा अस्थाई बस स्टेशन : लखनऊ के आरटीओ संजय तिवारी का कहना है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों की तरह ही लखनऊ में भी अस्थाई बस स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है. जिलाधिकारी से मिलकर अस्थाई बस स्टेशन के लिए जमीन चिन्हित की जा रही है. जहां तक फिनिक्स मॉल के आसपास बस स्टेशन के लिए जगह बेहतर रहेगी तो यहीं पर अस्थाई बस स्टेशन बनेगा, जिससे श्रद्धालुओं को महाकुंभ तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी.
क्या कहते हैं अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा): परिवहन विभाग के अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पुष्पसेन सत्यार्थी का कहना है कि इस सदी का सबसे बड़ा महाकुंभ है. इसका ग्लोबल मैसेज जाएगा. 50 करोड़ के करीब श्रद्धालु यहां पर स्नान के लिए महत्वपूर्ण तिथियों पर जाएंगे. परिवहन विभाग इसके लिए पूरी तरह से दृढ़ संकल्पित है. सुरक्षित, सुगम और सभी को सहज सुगम यात्रा मिले, कोई दुर्घटना न हो परिवहन विभाग का पूरा प्रयास है. जिस तरह से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में और बस स्टेशन पर साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है, उसी तरह प्राइवेट बसों को चलाने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में अस्थाई बस स्टेशन बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि बस स्टेशन पर पेयजल, वॉशरूम और अगर कोई यात्री रात्रि विश्राम करता है तो डॉरमेट्री की भी वहां पर व्यवस्था की जाएगी. उनको सूचना देने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम होगा. यात्रियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. यात्रियों को एहसास नहीं होगा कि हम घर से निकले हैं तो कोई असुविधा हो रही है. प्राइवेट बस स्टैंड बनाए जाएंगे. उन पर जनपद स्तर के अधिकारी और कर्मचारी शिफ्ट में देखते रहेंगे. प्राइवेट बस ऑपरेटर के हर जनपद में संगठन है. उनके सहयोग से बस स्टेशन चलाए जाएंगे.