लखनऊ: विधानसभा का मानसून सत्र 20 अगस्त से शुरू हो रही है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक देवमणि दुबे ने आगामी विधानसभा सत्र में ब्राह्मणों की हत्या के आरोपियों के खिलाफ हुई कार्रवाई और उनकी सुरक्षा के इंतजाम को लेकर सरकार से सवाल किया है. ब्राह्मणों की हत्या और उनकी सुरक्षा से जुड़े 7 सवाल किए हैं. देवमणि दुबे सुल्तानपुर की लंभुआ विधानसभा सीट से विधायक हैं.
विधानसभा सत्र से पहले सभी विधायक अपना-अपना सवाल लगाते हैं. देवमणि दुबे ने जो सवाल भेजा है, उसमें उन्होंने ब्राह्मणों की हत्या के मुद्दे को उठाया गया है. देवमणि दुबे ने सवाल किया है कि वर्तमान भाजपा सरकार के तीन साल से अधिक कार्यकाल में प्रदेश में कितने ब्राह्मणों की हत्या हुई है? कितने हत्यारे पकड़े गए हैं? कितने हत्यारों को पुलिस सजा दिलवाने में कामयाब हुई है? ब्राह्मणों की सुरक्षा के लिए आगे सरकार की रणनीति क्या है? क्या ऐसे में सरकार ब्राह्मणों को शस्त्र लाइसेंस देने में प्राथमिकता देगी ? कितने ब्राह्मणों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए अप्लाई किया और कितनों को लाइसेंस जारी हुआ है?
अपने ही विधायक की ओर से प्राप्त इस प्रकार से सख्त सवाल से निश्चित तौर पर योगी सरकार असहज होगी. कानपुर बिकरू कांड में विकास दुबे समेत अन्य साथियों का एनकाउंटर किए जाने के बाद से सीएम योगी पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप लगना तेज हुआ है. हालांकि मुख्यमंत्री ने ऐसे सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार जाति धर्म के आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है. उत्तर प्रदेश के पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करती है और वह जारी रहेगी.
देवमणि दुबे पेशे से इंजीनियर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करके पहली बार 2017 में विधायक चुने गए हैं. देवमणि दुबे ने अभी पिछले दिनों अलीगढ़ में भाजपा विधायक की थाने में पिटाई होने की घटना को भी खुलकर विरोध किया था.