लखनऊ : राजधानी लखनऊ के इटौंजा में 2 दिन से लापता आदित्य (13 वर्षीय) का शव शुक्रवार को नहर में उतरता शव मिलने के बाद हर तरफ सनसनी फैल गई. पुलिस की जांच में पता चला कि लड़के को उसके चचेरे भाई गुजनु उर्फ संगीत कुमार ही बुलाकर ले गया था. शव बरामद होने पर वह भागने की फिराक में था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने वारदात की हर एक हकीकत को बयां कर दिया.
एसपी ग्रामीण हृदेश कुमार ने इटौंजा थाने पर घटना का खुलासा करते हुए बताया- 22 सितंबर को बसेरा गांव के राम दुलारे के बेटे आदित्य को गुजनु उर्फ संगीत कुमार गांव के निकट नहर तक बुलाकर ले गया था. रात तक घर वापस न लौटने पर लड़के के घरवालों द्वारा इटौंजा थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. वहीं गुजनु से घरवालों द्वारा पूछताछ करने पर उसने कुछ नहीं बताया. उधर थाना प्रभारी प्रभात कुमार शुक्ला द्वारा इस मामले की जांच की जा रही थी. शुक्रवार को बेबीपुर के मजरा के निकट पुलिया के पास नहर में लड़के का शव बरामद हो गया. इसकी जानकारी होने पर गुजनु भागने के लिए महोना नहर पुलिया के पास वाहन का इंतजार कर रहा था. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
एसपी के मुताबिक आरोपी गुजनु ने पूछताछ में बताया कि बुधवार को वह आदित्य के साथ गांव की नहर के पास गया था. वो और आदित्य अपने-अपने मोबाइल फोन में यूट्यूब पर वीडियो देख रहे थे. इसी दौरान उसका मोबाइल फोन बंद हो गया. जब उसने आदित्य का मोबाइल फोन मांगा तो वह गाली देने लगा. जिसके बाद वह गला दबाने लगा. विरोध कर वह भी भीड़ गया. तब उसे गिराकर पैर से उसका गला दबा दिया और मौत होने के बाद उसके शव को नहर में फेंक दिया.
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पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि, वो मृतक के मोबाइल फोन को खेरा का पुरवा के बबलू के खेत में अमरूद के पेड़ के नीचे छिपाकर वह अपने मामा के घर चला गया था. आरोपी मृतक का रिश्ते में चचेरा भाई है. पुलिस ने मृतक के मोबाइल फोन को बरामद कर लिया है. थाना प्रभारी ने बताया इस घटना में कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. घटना को हत्या की धारा में तब्दील करने की कार्यवाही की जा रही है.