लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य सुविधा केंद्र (सीएफसी) की स्थापना की जाएगी. उनका कहना था कि इससे पारंपरिक कारीगरों को अपने उद्यम को बढ़ाने के लिए सुविधा और प्रोत्साहन मिल सकेगा.
'9 जिलों में शुरू हुआ सीएफसी स्थापना का कार्य'
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में प्रदेश के 9 जनपदों- गाजियाबाद, मैनपुरी, मऊ, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, आगरा, मुरादाबाद तथा भदोही में 73.54 करोड़ रुपये की लागत से सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की स्थापना का कार्य भी शुरू हो चुका है. भदोही में कालीन उद्यमियों की सुविधा के लिए 868.70 लाख रुपये की लागत से रॉ-मटेरियल प्रोसेसिंग सेंटर की स्थापना कराई जा रही है.
'धातु शिल्प निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मुरादाबाद में ईआरपी'
मंत्री ने बताया कि मुरादाबाद में ओडीओपी उत्पाद धातु शिल्प के निर्यात को बढ़ाने हेतु 958.43 लाख रुपये से हाइब्रिड एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सीफसी की स्थापना का कार्य प्रगति पर है. बताया कि स्थानीय कला, शिल्प और समुदायों के पारंपरिक कौशल को संरक्षित और विकसित करके स्थानीय स्तर पर रोजगार में वृद्धि के लिए शुरू की गई, एक जिला-एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) राज्य सरकार का अभिनव प्रयास है. ओडीओपी वित्त पोषण सहायता योजना के तहत अब तक 5565 कारीगरों एवं इकाइयों को 707 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराते हुए 70 हजार से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा गया.
'मिर्जापुर में बनेगा वूल यार्न प्रोसेसिंग सेंटर'
मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार गाजियाबाद में ओडीओपी प्रोडक्ट यांत्रिकी उत्पाद के लिए 1488.63 लाख की लागत से स्थापित की जा रही है. सीएफसी में उद्यमियों के लिए माडर्न टूल रूम, रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट लैब, मैटेरियल टेस्टिंग आदि की सुविधा उपलब्ध होगी. साथ ही मिर्जापुर में कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 757.42 लाख रुपये की लागत से वूल यार्न प्रोसेसिंग सेंटर तथा रॉ-मेटेरियल बैंक से संबंधित सीएफसी स्थापित होगी.
मैनपुरी में बनेगा टूल रूम, रॉ-मटेरियल बैंक
मंत्री ने बताया कि इसी क्रम में जनपद मैनपुरी में 100.55 करोड़ रुपये से ओडीओपी उत्पाद तारकशी कला तथा वस्त्र सिलाई एवं कढ़ाई हेतु स्थापित होने वाली सीएफसी के अंतर्गत कामन टूल रूम, रॉ-मटेरियल बैंक तथा डिजाइन एण्ड डिस्प्ले सेंटर की सुविधा उपलब्ध होगी.
बिजनौर में वुड सीजनिंग एण्ड केमिकल ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना पर शुरू हुआ कार्य
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तर प्रदेश से काष्ठ शिल्प उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के विजन को गति प्रदान करने के लिए बिजनौर में 996.00 लाख की लागत से वुड सीजनिंग एण्ड केमिकल ट्रीटमेंट प्लांट एवं एडवांस टूल्स रूम के लिए सीएफसी स्थापित कराई जा रही है. इसके अतिरिक्त मऊ में 684 लाख रुपये तथा आगरा में 989 लाख रुपये की लागत से ओडीओपी उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए सामान्य सुविधा केन्द्र की स्थापना का कार्य शुरू हो चुका है.
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परंपरागत कारीगरों को उचित दाम पर मिलेगा कच्चा माल
मंत्री ने कहा कि ओडीओपी योजना के अन्तर्गत शुरुआती दौर में प्रशिक्षण एवं उन्नत किस्म के टूलकिट उपलब्ध कराकर पारंपरिक कारीगरों के व्यवसाय को बढ़ाने में सहयोग दिया गया. प्रदेश के सभी जनपदों के चिन्हित उत्पादों के सर्वोन्नमुखी विकास को प्राथमिकता देते हुए उचित दाम पर कच्चा माल उपलब्ध होगा.