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'लेदर फुटवियर क्लस्टर' का शिलान्यास करेंगे CM योगी: सतीश महाना - lucknow news

कानपुर अपने औद्योगिक गतिविधियों के लिए पूरे देश में जाना जाता है. इसी को देखते हुए प्रदेश सरकार अब कानपुर में 250 एकड़ में 'लेदर फुटवियर कलस्टर' बनाने जा रही है. कानपुर के रमईपुर में 250 एकड़ में 'लेदर फुटवियर कलस्टर' बनेगा. सीएम योगी इसका शिलान्यास करेंगे.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Published : Jun 9, 2021, 11:38 PM IST

लखनऊ: औद्योगिक नगरी कानपुर में 'लेदर फुटवियर क्लस्टर' की स्थापना की जाएगी. औद्योगिक विकास मंत्री संतीश महाना ने कहा कि कानपुर नगर के रमईपुर में स्थापित होने वाले इस मेगा लेदर फुटवियर एण्ड एक्सेसरी क्लस्टर का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन माह के अंदर करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी आवश्यक औपचारिकताएं आगामी 15 जून तक पूरी कर ली जाए.

कानपुर के रमईपुर में स्थापित होगा क्लस्टर
बता दें कि औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बुधवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में मेगा लेदर क्लस्टर की स्थापना से संबंधित कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि उद्यमियों की सुविधा के लिए क्लस्टर के तहत आने वाली सड़कों को सिंगल लेन के बजाय टू-लेन किया जाए. पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि क्लस्टर हेतु यूपीसीडा की तरफ से भूमि उपलब्ध कराई जा रही है. रमईपुर के पास ग्राम समाज की भूमि को क्लस्टर हेतु लिये जाने के लिए शासनादेश जारी किया जा चुका है. यूपीसीडा द्वारा क्लस्टर के विकासकर्ता को भूमि 90 वर्ष की लीज पर दी जाएगी.

क्लस्टर के लिए 240 एकड़ भूमि देगा यूपीसीडा
सतीश महाना ने कहा कि निजी उद्यमियों की सहमति के साथ एमएसएमई विभाग द्वारा क्लस्टर का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया था, जिस पर सैद्धांतिक सहमति भी प्राप्त हो चुकी है. यूपीसीडा क्लस्टर के लिए 240.18 एकड़ भूमि देगा. शेष भूमि एसपीवी द्वारा क्रय की जाएगी. परियोजना के लिए 53 हेक्टेयर ग्राम समाज भूमि का पुनर्ग्रहण किया गया है. विकसित भूखण्डों के आवंटियों को त्रि-पक्षीय पट्टा किया जाएगा. यूपीसीडा की तरफ से क्लस्टर का ले-आउट एवं भवन मानचित्र तैयार कराया गया है. क्लस्टर में आवंटियों को हस्तांरण एवं अन्य प्रमुख सुविधाएं यूपीसीडा के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी.

10 हजार करोड़ का टर्नओवर
सतीश महाना ने कहा कि परियोजना के तहत क्लस्टर में 20 एमएलडी क्षमता का दूषित जल ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जाएगी. 250 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित इस परियोजना से कानपुर की सभी प्रमुख टेनरियां आच्छादित हो सकेंगी. उन्होंने बताया कि इस परियोजना के फलस्वरूप गंगा को निर्मल बनाये रखने की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों को भी बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि कानपुर जिले में चर्म उद्योग से संबंधित 2,125 इकाइयां स्थापित हैं. इसके माध्यम से 1.20 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है. इन इकाइयों में प्रतिदिन 75 हजार जोड़े फुटवियर का निर्माण होता है. लगभग छह हजार 500 करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात भी किया जाता रहा है. इससे प्रतिवर्ष 10 हजार करोड़ का टर्नओवर भी होता था.

इसे भी पढ़ें:- क्या यूपी में जितिन जुटा पाएंगे ब्राह्मण वोट ?

बैठक में अपर मुख्य सचिव, औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएमएमई नवनीत सहगल सहित यूपीसीडा, लोक निर्माण और सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. साथ ही कानपुर के कमिश्नर राजशेखर ऑनलाइन जुड़े थे.

लखनऊ: औद्योगिक नगरी कानपुर में 'लेदर फुटवियर क्लस्टर' की स्थापना की जाएगी. औद्योगिक विकास मंत्री संतीश महाना ने कहा कि कानपुर नगर के रमईपुर में स्थापित होने वाले इस मेगा लेदर फुटवियर एण्ड एक्सेसरी क्लस्टर का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन माह के अंदर करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी आवश्यक औपचारिकताएं आगामी 15 जून तक पूरी कर ली जाए.

कानपुर के रमईपुर में स्थापित होगा क्लस्टर
बता दें कि औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बुधवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में मेगा लेदर क्लस्टर की स्थापना से संबंधित कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि उद्यमियों की सुविधा के लिए क्लस्टर के तहत आने वाली सड़कों को सिंगल लेन के बजाय टू-लेन किया जाए. पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि क्लस्टर हेतु यूपीसीडा की तरफ से भूमि उपलब्ध कराई जा रही है. रमईपुर के पास ग्राम समाज की भूमि को क्लस्टर हेतु लिये जाने के लिए शासनादेश जारी किया जा चुका है. यूपीसीडा द्वारा क्लस्टर के विकासकर्ता को भूमि 90 वर्ष की लीज पर दी जाएगी.

क्लस्टर के लिए 240 एकड़ भूमि देगा यूपीसीडा
सतीश महाना ने कहा कि निजी उद्यमियों की सहमति के साथ एमएसएमई विभाग द्वारा क्लस्टर का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया था, जिस पर सैद्धांतिक सहमति भी प्राप्त हो चुकी है. यूपीसीडा क्लस्टर के लिए 240.18 एकड़ भूमि देगा. शेष भूमि एसपीवी द्वारा क्रय की जाएगी. परियोजना के लिए 53 हेक्टेयर ग्राम समाज भूमि का पुनर्ग्रहण किया गया है. विकसित भूखण्डों के आवंटियों को त्रि-पक्षीय पट्टा किया जाएगा. यूपीसीडा की तरफ से क्लस्टर का ले-आउट एवं भवन मानचित्र तैयार कराया गया है. क्लस्टर में आवंटियों को हस्तांरण एवं अन्य प्रमुख सुविधाएं यूपीसीडा के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी.

10 हजार करोड़ का टर्नओवर
सतीश महाना ने कहा कि परियोजना के तहत क्लस्टर में 20 एमएलडी क्षमता का दूषित जल ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जाएगी. 250 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित इस परियोजना से कानपुर की सभी प्रमुख टेनरियां आच्छादित हो सकेंगी. उन्होंने बताया कि इस परियोजना के फलस्वरूप गंगा को निर्मल बनाये रखने की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों को भी बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि कानपुर जिले में चर्म उद्योग से संबंधित 2,125 इकाइयां स्थापित हैं. इसके माध्यम से 1.20 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है. इन इकाइयों में प्रतिदिन 75 हजार जोड़े फुटवियर का निर्माण होता है. लगभग छह हजार 500 करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात भी किया जाता रहा है. इससे प्रतिवर्ष 10 हजार करोड़ का टर्नओवर भी होता था.

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बैठक में अपर मुख्य सचिव, औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएमएमई नवनीत सहगल सहित यूपीसीडा, लोक निर्माण और सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. साथ ही कानपुर के कमिश्नर राजशेखर ऑनलाइन जुड़े थे.

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