लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राजनैतिक पेंशन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने अपने कार्यालय कक्ष में राजनैतिक पेंशन विभाग के कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, लोकतंत्र सेनानियों व उनके आश्रितों को मिलने वाली पेंशन/सम्मान राशि का भुगतान समय से किया जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि उनकी शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित हो. सभी विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान ऑनलाइन किया जाए. मंत्री नंद गोपाल नंदी गुरुवार को विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राजनैतिक पेंशन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे.
'सेवा सदनों' को पीपीपी मॉडल के आधार पर विकसित जाए कराया
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और लोकतंत्र सेनानियों का आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जाए. निर्देश दिए कि गोल्डन कार्ड बनवाए जाने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए. स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सुविधा प्रदान करने के लिए लखनऊ और मथुरा में संचालित होने वाले 'सेवा सदनों' को पीपीपी मॉडल के आधार पर विकसित कराया जाए. नंदी ने कहा कि कई व्यक्तियों जो लोकतंत्र सेनानी की सम्मान राशि के पात्र थे, लेकिन उनकी मृत्यु होने या किसी अन्य कारण से आवेदन नहीं कर सके, उनकी पत्नी/पति को वर्तमान में सम्मान राशि नहीं मिल रही है. ऐसे लोकतांत्रिक सेनानियों के जीवित पति/पत्नी को सम्मान राशि व अन्य सुविधाएं देने के बारे में परीक्षण कराकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. उन्होंने लोकतंत्र सेनानी के देहांत के बाद अगले दिन ही उनके आश्रितों को सम्मान राशि स्वीकृत व अनुमन्य करने के लिए निर्देश दिए.
ई-ऑफिस प्रणाली तत्काल लागू करने के निर्देश
उन्होंने राज्य स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों एवं उनके आश्रितों और लोकतंत्र रक्षक सेनानियों एवं उनके आश्रितों की सूची विभागीय वेबसाइट पर जनपदवार अपलोड करने के निर्देश दिए. राजनीतिक पेंशन मंत्री ने विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि विभाग में अधिकारियों/कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरे जाने की कार्रवाई प्रमुखता से हो. आईजीआरएस संदर्भों का शीघ्र निस्तारण किया जाए. उन्होंने राजनीतिक पेंशन विभाग में ई-ऑफिस प्रणाली तत्काल लागू करने के भी निर्देश दिए.
इतनी है कुल संख्या
राजनैतिक पेंशन विभाग के अपर मुख्य सचिव राजन शुक्ला ने विभागीय कार्यों की प्रगति से अवगत कराया कि प्रदेश में वर्तमान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी 73 एवं उनके आश्रितों की संख्या 1235 है. कुल संख्या 1308 है. इसी प्रकार लोकतंत्र रक्षक सेनानियों की संख्या 5,198 एवं उनके आश्रितों की संख्या 819 है. इनकी कुल संख्या 6,017 है. स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके आश्रितों को 20,176 रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है.
मिल रहीं ये सुविधाएं
उन्होंने बताया कि राज्य परिवहन की बसों में एक सहचर सहित मुफ्त यात्रा की सुविधा, राजकीय चिकित्सालयों में परामर्श परीक्षण, परिचर्या एवं निशुल्क भोजन की सुविधा प्राप्त है. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मृत्यु पर राजकीय सम्मान देने के साथ अंत्येष्टि के लिए 12,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है.