लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कई बार जारी निर्देशों के बावजूद अधिकारी जनप्रतिनिधियों को रिस्पांस नहीं देते हैं. उनके फोन कॉल्स नहीं सुनते हैं और बुलाए जाने पर भी बैठक आदि के लिए नहीं पहुंचते हैं. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष आशीष गोयल द्वारा उन्हें रिस्पांस नहीं दिए जाने और कर्मचारियों और जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किए जाने के मामले में मुख्यमंत्री से शिकायत की. कुछ समय पहले भी केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने पावर कारपोरेशन के चेयरमैन व अन्य अधिकारियों को लेकर अपनी पीड़ा सार्वजनिक की थी.
एक बार फिर उन्होंने जनहित से जुड़ीं समस्याओं को लेकर जब पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल को फोन किया तो उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं दिया और समस्याओं के निराकरण के लिए जब उन्होंने बैठक आदि बुलाई तब अधिकारी नहीं पहुंचे. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करके कार्रवाई की मांग की. केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा निविदा संविदा कर्मचारी संघ की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया. इसको लेकर संगठन ने 11 चरणों में ध्यानाकर्षण कार्यक्रम किया. इसमें पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन व एमडी को महापंचायत में हिस्सा लेकर समस्याओं का समाधान करने के लिए बुलाया गया. इसके बावजूद कोई अधिकारी नहीं आया.
उन्होंने कहा कि इस आशय से पत्र लिखकर दो बार अध्यक्ष को बुलाया था कि दोनों पक्षों को एक साथ बैठाकर समस्याओं का समाधान किया जाए. लेकिन, वह नहीं आए. फोन किया तो काल रिसीव नहीं की और न ही वाट्सएप पर भेजे संदेश का जवाब दिया. इससे पता चलता है कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के प्रति कितना उदासीन हैं और लापरवाहीपूर्ण रवैया अपनाते हैं. जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया है. बार-बार समस्याओं का समाधान न होने के कारण संगठन द्वारा पांच फरवरी को शक्ति भवन पर प्रदर्शन की घोषणा की गई है.
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