लखनऊः उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि प्रदेश के निराश्रित, बेसहारा गोवंश के रखरखाव के साथ चारे पानी की व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए 15 अप्रैल से 05 मई तक भूसा भंडारण अभियान चलाया जायेगा. अभियान के तहत गौ आश्रय स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में भूसा, पराली,अन्य आवश्यक फीड जैसे- हरा चारा, दाना आदि के साथ ही चौकीदार, पर्याप्त प्रकाश, पशु चिकित्सा व स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी. गोवंश के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के साथ-साथ अत्यधिक गर्मी के कारण होने वाली किसी भी पशु हानि को रोका जा सके.
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने आज मुख्य भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय अधिकारियों को निराश्रित, बेसहारा गोवंश के रखरखाव के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंनें कहा कि वर्तमान में गेंहू की कटाई का समय है, इसलिए स्थानीय स्तर से पर्याप्त मात्रा में कम दरों पर भूसे का क्रय करके गौ आश्रय स्थलों हेतु भूसा भण्डारण की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. पशुओं के भरण पोषण के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि से 79 हजार 431 कुन्तल और दान दाताओं से प्राप्त 1 हजार 188 कुन्तल भूसे की व्यवस्था कर दी गई है. चारे-भूसे की उपलब्धता के लिए जनपदों में 2 हजार 691 भूसा बैंक स्थापित किए गए हैं.
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पशुधन मंत्री ने कहा कि सभी जिलों में निराश्रित व बेसहारा गोवंश को गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित कर उनकी सुरक्षा के लिए शेड का निर्माण किया जाए. इस कार्य को पूरा करने के लिए पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और नगर विकास विभाग से भी सहयोग लिया जाएगा. इस अभियान के लक्ष्य पूर्ति हेतु शासन स्तर से भी नियमित रूप से समीक्षा जायेगी. उन्होंने कहा कि भूसा भण्डारण के लिए दानदाताओं और स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाये.
बैठक में प्रमुख सचिव पशुधन सुधीर गर्ग ने मंत्री जी को निराश्रित, बेसहारा गोवंश के रखरखाव के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश का जल्द ही अनुपालन कराए जाने का आश्वासन दिया. बैठक में विशेष सचिव देवेन्द्र पाण्डे, निदेशक पशुपालन डॉ. जीवन दत्त, अपर निदेशक नियोजन डॉ. जयकेश पाण्डे, संयुक्त निदेशक गौशाला, डॉ. जयप्रकाश तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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