लखनऊ: आतंकी गतिविधियों और दुश्मन देश की सेनाओं की जानकारी जुटाकर देश की सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने वाली सेना की खुफिया इकाई अब सांसों पर डाका डालने वाले डकैतों को भी दुरुस्त करने में जुट गई है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलावा अयोध्या समेत प्रदेश के अन्य जिलों में ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने वाले मुनाफाखोरों पर मिलिट्री इंटेलिजेंस की बारीक नजर है. सेना की खुफिया इकाई ने मंगलवार को पुलिस के साथ मिलकर अयोध्या में ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया. इसके पहले मिलिट्री इंटेलिजेंस ने लखनऊ में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले को दबोचा था.
ऑक्सीजन के साथ इंजेक्शन की कालाबाजारी पर प्रहार
मिलिट्री इंटेलिजेंस से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि देश के दुश्मनों के साथ कोरोना जैसी महामारी में मानवता के दुश्मनों पर भी अब मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट की नजर है. मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट ऐसे मुनाफाखोरों को पकड़ने में लगी है, जो ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन समेत अन्य मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं. ऐसे मुनाफाखोरों पर कार्रवाई करने के लिए मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई कर रही है.
लखनऊ के अलावा आगरा और कानपुर की भी मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दे रही है. अधिकारी बताते हैं कि अयोध्या में ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले समर्पण अस्पताल की खुफिया रिपोर्ट सेना की खुफिया इकाई ने जुटाई और इसके बाद इस अस्पताल को सील कराने में मुख्य भूमिका निभाई. आगरा और कानपुर में यूनिट रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर कार्रवाई कर रही है. यहां पर भी ऐसे एक गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. जहां-जहां यूनिट को ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर इंजेक्शन और मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी की खुफिया जानकारी मिल रही है, वहां पर सेना की खुफिया इकाई सक्रियता से कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
लखनऊ से ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले को पकड़ा
आपदा को अवसर के रूप में देख रहे लोगों को सेना की खुफिया इकाई सबक सिखाने में जुटी है. कुछ दिनों पहले भी मिलिट्री इंटेलिजेंस ने राजधानी लखनऊ से सांसों के एक सौदागर को पकड़ा था. आरोपी अजय कुमार चौबे 45 हजार में ऑक्सीजन का सिलेंडर बेच रहा था. मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पुलिस के साथ मिलकर इसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था.