लखनऊ: जनपद में मनरेगा के तहत खोदे जा रहे तालाब से काम छोड़कर मजदूर एसडीएम से शिकायत करने पहुंच गए. मजदूरों ने ग्राम रोजगार सेवक और प्रधान पर काम न देने के साथ ही अभद्रता करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही मजदूरों ने मजदूरी न मिलने की भी शिकायत की. एसडीएम डॉ. संतोष कुमार ने बीडीओ को मजदूरों की समस्या का समाधान कराने का निर्देश दिया है.
मजदूरों ने की शिकायत
मामला बख्शी का तालाब विकास खंड की शिवरी ग्राम पंचायत का है. इस गांव के करीब 36 से अधिक मजदूर गांव में मनरेगा के तहत खोदे जा रहे तालाब का कार्य छोड़कर तहसील मुख्यालय पहुंच गए. वहीं महिला मजदूर सन्नों ने बताया कि भीषण गर्मी और तेज धूप में गांव के रोजगार सेवक सर्वेश द्वारा मजदूरों से लंबा कार्य कराया जा रहा है. दिन भर में 20 फिट लंबाई, 5 फिट चौड़ाई और 2 मीटर गहराई पर खोदाई करने के लिए नाप दी जा रही है. इस गर्मी में इतना अधिक कार्य कर पाने में असमर्थता जताने पर रोजगार सेवक ने अभद्रता करते हुए एक मजदूर को भगा दिया.
मजदूरों ने कार्यस्थल पर पानी न होने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि मनरेगा के तहत 13 मई से वह लोग कार्य कर रहे हैं. मजदूरी का पैसा भी अभी तक नहीं मिला है. एसडीएम डॉ. संतोष कुमार ने बीकेटी के बीडीओ डॉ. अरुण कुमार को मजदूरों की शिकायत की जांच कर समस्या का समाधान कराने के निर्देश दिया हैं.
वहीं शिवरी के ग्राम प्रधान शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वह कार्यस्थल पर जाते ही नहीं हैं. कुछ लोग बिना कार्य के ही धौंस जताकर मजदूरी लेना चाहते हैं. कुछ लोग बिना बुलाये ही कार्य के लिए पहुंच जाते हैं. तालाब की खोदाई का कार्य रोजगार सेवक की मौजूदगी में योजना की गाइड लाइन के तहत हो रहा है.