लखनऊ : हमारा देश लंबे समय तक अंग्रेजों की नापाक राजनीति के कारण गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, लेकिन जब यहां की शांतिप्रिय जनता जागी और मानवतावादी समूहों ने देश की आजादी के लिए प्रयास तेज किए तो काफी मशक्कत के बाद अंग्रेजों को देश छोड़कर भागना पड़ा. यही हालत फिर से देश में बन रहे हैं और इनको खत्म करने के लिए सभी धर्म के लोगों को एकजुट होना पड़ेगा. यह विचार गांधी भवन में विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित अमन व इन्साफ कांफ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए मौलाना असगर अली इमाम मेहदी सलाफी ने व्यक्त किए. इसके अलावा कई उलमा ने विचार रखे.
कांफ्रेंस को मौलाना मुहम्मद ताहिर मदनी डायरेक्टर जामिअतुल -फलाह, हरीश चंद्र सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, मौलाना अमीनुल हक, ओसामा कासमी प्रदेश उपाध्यक्ष जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश, उदय प्रताप सेवानिवृत्त डीआईजी, प्रशांत टंडन वरिष्ठ पत्रकार, मौलाना जहांगीर आलम कासमी, मौलाना सैफ अब्बास नक़वी अध्यक्ष मरकजी शिया चांद कमेटी, मौलाना शमशाद नायब अमीर अमारत ए शरिया बिहार, मलिक मोतसिम खान उपाध्यक्ष जमात-ए-इस्लामी हिंद, डॉ. यासीन अली उस्मानी उपाध्यक्ष ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल, संदीप पांडे मैग्सेसे पुरस्कार विजेता, मुजतबा फारुक खान शूरा सदस्य जमात-ए-इस्लामी हिंद ने भी संबोधित किया.
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