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कोरोना से मरने वालों के नाम पर प्रदेश के हर जिले में बनाया जाएगा स्मृति वन- दारा सिंह चौहान - प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान

यूपी सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना से मरने वालों के नाम पर हर जिले में स्मृति वन बनाया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने बताया कि यूपी में इस साल 30 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

दारा सिंह चौहान
दारा सिंह चौहान
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Published : Jun 16, 2021, 2:18 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 5:57 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 4 सालों से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का अभियान चला रहे हैं. इस साल प्रदेश में 30 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड होगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि इस बार कोरोना से मृत हुए लोगों की स्मृति में पूरे प्रदेश में पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर उनके नाम पट्टिका भी होगी. इसे स्मृति वन कहा जाएगा. प्रदेश के हर जनपद में कोरोना स्मृति वाटिका का निर्माण होगा.

दारा सिंह चौहान ने कहा सरकार का लक्ष्य है कि अगले 10 सालों में जब ये पौधे बड़े हों तो प्रदेश की आबादी के 12 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकें. पिछले साल भी प्रदेश में 25 करोड़ पौधरोपण किया गया था. जिसमें पौधों की 240 प्रजातियां शामिल थीं. जिसे ग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था.

30 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य.

कोरोना से मृत प्रदेशवासियों की याद में बनेगा स्मृति वन
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने खूब कोहराम मचाया. अप्रैल माह में कोरोना का संक्रमण सबसे तेज था, जिसके कारण शहर से लेकर गांव तक सबसे ज्यादा मौतें हुई. अब तक प्रदेश में कोरोना से 22,000 मौतें हो चुकी हैं. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कैबिनेट वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया अब प्रदेश के सभी जनपदों में स्मृति वन स्थापित किए जाएंगे. सरकार का प्रयास है कि सभी जनपदों में कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के नाम पर इस बार पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर मृतक का नाम दर्ज होगा और इस वन को स्मृति वन नाम दिया जाएगा. इससे जहां प्रदेश को हरा भरा होगा. वहीं दूसरी तरफ मृतक के परिजनों का सम्मान भी बढ़ेगा.

यूपी औषधि वाटिका स्थापित करने वाला होगा पहला प्रदेश
कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी और प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते 21,000 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं. इसके अलावा जो लोग कोरोना से ठीक हुए हैं वे किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं. ऐसे में सरकार ने आयुर्वेदिक औषधियों के महत्व को समझा है. अब सरकार इन औषधियों को बढ़ाने पर भी काम कर रही है .प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया की प्रदेश में देश की पहली औषधि वाटिका स्थापित की जाएगी. इस औषधि वाटिका में सभी तरह के औषधियों का रोपण किया जाएगा. इस वाटिका से न केवल लोगों को निरोगी रखने में मदद मिलेगी बल्कि वातावरण भी सही रहेगा.

ग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज है उत्तर प्रदेश का नाम
2020 में प्रदेश की योगी सरकार ने 25 करोड़ पौधारोपण करके एक रिकॉर्ड बनाया था. जिसेग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्समें दर्ज किया गया. वहीं इस बार भी प्रदेश सरकार फिर रिकॉर्ड बनाने की तरफ अग्रसर है.

इसे भी पढ़ें- गंगा में बहती मिली थी 21 दिन की 'गंगा', योगी सरकार करेगी पालन-पोषण


फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यूपी वन विभाग सबसे आगे
दारा सिंह चौहान ने बताया कि देश में फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की मदद से ही वन क्षेत्र का आकलन किया जाता है. इसके द्वारा पौधों की स्थिति का भी आकलन होता है. इसीलिए अब प्रदेश में लगने वाले 30 करोड़ पौधों की जियो टैगिंग की जा रही है. 2019 की फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगाए गए पौधों में यूपी वन विभाग सबसे आगे है. वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया वन विभाग के द्वारा लगाए गए पौधों में 90.44% पौधे जीवित हैं.

इसे भी पढ़ें:- गंगा में बहती मिली 21 दिन की 'गंगा', पढ़िए क्या लिखा है जन्मकुंडली में

प्रदेश में बढ़ा है वन क्षेत्र
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पिछले 4 वर्षों से लगातार वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चला रही है. 2017 से शुरू हुए वृहद वृक्षारोपण अभियान का यह पांचवा साल है. इस साल प्रदेश में 30 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा. अब सरकार के इस प्रयास का असर भी दिखने लगा है. 2019 की फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के वन क्षेत्र में इजाफा हुआ है. प्रदेश की हरियाली में भी इसका असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 4 सालों से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का अभियान चला रहे हैं. इस साल प्रदेश में 30 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड होगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि इस बार कोरोना से मृत हुए लोगों की स्मृति में पूरे प्रदेश में पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर उनके नाम पट्टिका भी होगी. इसे स्मृति वन कहा जाएगा. प्रदेश के हर जनपद में कोरोना स्मृति वाटिका का निर्माण होगा.

दारा सिंह चौहान ने कहा सरकार का लक्ष्य है कि अगले 10 सालों में जब ये पौधे बड़े हों तो प्रदेश की आबादी के 12 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकें. पिछले साल भी प्रदेश में 25 करोड़ पौधरोपण किया गया था. जिसमें पौधों की 240 प्रजातियां शामिल थीं. जिसे ग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था.

30 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य.

कोरोना से मृत प्रदेशवासियों की याद में बनेगा स्मृति वन
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने खूब कोहराम मचाया. अप्रैल माह में कोरोना का संक्रमण सबसे तेज था, जिसके कारण शहर से लेकर गांव तक सबसे ज्यादा मौतें हुई. अब तक प्रदेश में कोरोना से 22,000 मौतें हो चुकी हैं. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कैबिनेट वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया अब प्रदेश के सभी जनपदों में स्मृति वन स्थापित किए जाएंगे. सरकार का प्रयास है कि सभी जनपदों में कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के नाम पर इस बार पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर मृतक का नाम दर्ज होगा और इस वन को स्मृति वन नाम दिया जाएगा. इससे जहां प्रदेश को हरा भरा होगा. वहीं दूसरी तरफ मृतक के परिजनों का सम्मान भी बढ़ेगा.

यूपी औषधि वाटिका स्थापित करने वाला होगा पहला प्रदेश
कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी और प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते 21,000 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं. इसके अलावा जो लोग कोरोना से ठीक हुए हैं वे किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं. ऐसे में सरकार ने आयुर्वेदिक औषधियों के महत्व को समझा है. अब सरकार इन औषधियों को बढ़ाने पर भी काम कर रही है .प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया की प्रदेश में देश की पहली औषधि वाटिका स्थापित की जाएगी. इस औषधि वाटिका में सभी तरह के औषधियों का रोपण किया जाएगा. इस वाटिका से न केवल लोगों को निरोगी रखने में मदद मिलेगी बल्कि वातावरण भी सही रहेगा.

ग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज है उत्तर प्रदेश का नाम
2020 में प्रदेश की योगी सरकार ने 25 करोड़ पौधारोपण करके एक रिकॉर्ड बनाया था. जिसेग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्समें दर्ज किया गया. वहीं इस बार भी प्रदेश सरकार फिर रिकॉर्ड बनाने की तरफ अग्रसर है.

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फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यूपी वन विभाग सबसे आगे
दारा सिंह चौहान ने बताया कि देश में फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की मदद से ही वन क्षेत्र का आकलन किया जाता है. इसके द्वारा पौधों की स्थिति का भी आकलन होता है. इसीलिए अब प्रदेश में लगने वाले 30 करोड़ पौधों की जियो टैगिंग की जा रही है. 2019 की फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक लगाए गए पौधों में यूपी वन विभाग सबसे आगे है. वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया वन विभाग के द्वारा लगाए गए पौधों में 90.44% पौधे जीवित हैं.

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प्रदेश में बढ़ा है वन क्षेत्र
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पिछले 4 वर्षों से लगातार वृहद पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चला रही है. 2017 से शुरू हुए वृहद वृक्षारोपण अभियान का यह पांचवा साल है. इस साल प्रदेश में 30 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा. अब सरकार के इस प्रयास का असर भी दिखने लगा है. 2019 की फॉरेस्ट सर्वे आफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के वन क्षेत्र में इजाफा हुआ है. प्रदेश की हरियाली में भी इसका असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है.

Last Updated : Jun 16, 2021, 5:57 PM IST
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