लखनऊ: सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले सचिवालय कर्मी के खिलाफ जांच चल रही है. उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ के पदाधिकारियों ने बैठक कर सीएम योगी से क्षमा याचना की गुहार लगाई है. सचिवालय के सभी कर्मियों के लिए एक संदेश जारी करते हुए कहा है कि सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करने वाले कर्मचारी के साथ उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ खड़ा नहीं होगा.
सेवक आचरण नियमावली का उल्लंघन
सचिवालय संघ ने कहा है कि विगत कुछ समय से देखा जा रहा है कि सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट कर रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 का उल्लंघन है. यह सरकारी सेवक द्वारा किया गया ऐसा कोई भी कार्य उक्त नियमावली के प्रावधानों की परिधि में अनुशासनिक कार्यवाही के दायरे में आता है.
सरकार के खिलाफ की अभद्र टिप्पणी
संघ ने कर्मचारियों से अपील की है कि कृपया सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर कोई भी आपत्ति राजनैतिक विद्वेष पूर्ण सांप्रदायिक अथवा आपत्तिजनक एवं अशोभनीय टिप्पणी न करें. सचिवालय की गरिमा एवं मान सम्मान की रक्षा करना भी हमारा सामूहिक दायित्व एवं कर्तव्य है.
अधिकारियों ने बैठाई जांच
सचिवालय के अपर निजी सचिव अमर सिंह पटेल ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसको लेकर उनके खिलाफ जांच चल रही है. माना जा रहा है कि जांच के बाद उनकी बर्खास्तगी तय है. सचिवालय संघ सचिव अमर सिंह पटेल के बचाव में उतर पड़ा है.
सचिवालय ने सीएम से लगाई क्षमा की गुहार
सचिवालय संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश गुप्ता से मुलाकात कर अपर निजी सचिव अमर सिंह पटेल की गलती को माफ करने की अपील की है. इसके उपरांत सचिव संजय प्रसाद ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और गुरुवार को मुख्य सचिव आरके तिवारी से मुलाकात कर क्षमा की गुहार लगाई है.
सचिवालय संघ ने माना है कि अपर निजी सचिव ने बड़ी गलती की है, लेकिन अगर उनकी बर्खास्तगी होती है तो उनके परिवार के भरण पोषण पर संकट आ जाएगा. इस बार माफ कर दिया जाए, आगे से यदि कोई अन्य सचिवालय कर्मी ऐसी गलती करता है तो संघ उसके साथ खड़ा नहीं होगा.
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