लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) लगातार कांग्रेस के नेताओं का इतिहास (history of congress leaders) बदल रही है. इससे कांग्रेस पार्टी काफी खफा है. बात चाहे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) की करें, सरदार वल्लभ भाई पटेल की या फिर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Former Prime Minister Rajiv Gandhi) की. भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने नेहरू परिवार के इतिहास को दरकिनार करना शुरू किया. राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया और सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी के नाम पर कर दिया. इतना ही नहीं कांग्रेस के महापुरुषों के नाम पर बनी योजनाओं का नाम बदला जा रहा है. कांग्रेस पार्टी अब भारतीय जनता पार्टी से इतिहास बदलने का बदला इतिहास के जरिए ही लेगी. इसके लिए कांग्रेस सेवादल पूरी तरह तैयार है. इतिहास को संकलित कर जनता को सचेत किया जाएगा और सच बताया जाएगा. कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक प्रमोद पांडेय बताते हैं कि इसकी तैयारी पूरी हो गई है. सेवादल के सदस्य जनता के बीच जा रहे हैं. जनता को जागरूक कर रहे हैं.
कांग्रेस सेवादल आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के लिए कांग्रेस पार्टी को मजबूती देने में जुट गया है. सेवादल के सदस्य लगातार जनता के बीच जा रहे हैं. विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन सेवादल की तरफ से किया जा रहा है, जिससे तमाम वर्गों के लोग कांग्रेस सेवादल के साथ जुड़ सकें और कांग्रेस पार्टी को मजबूती दे सकें. कांग्रेस सेवा दल का प्रभात फेरी कार्यक्रम बीच में बंद था, लेकिन एक बार फिर रोजाना ही कांग्रेस सेवादल के सदस्य प्रभातफेरी का आयोजन कर जनता को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं. इसके अलावा तमाम अन्य कार्यक्रमों के जरिए सेवादल लोगों को अपने साथ जोड़ रहा है.
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कांग्रेस के इतिहास के बिना कुछ सोचा नहीं जा सकता
कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक प्रमोद पांडेय बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार कांग्रेस के इतिहास को बदलने पर आमादा है. भला पंडित जवाहरलाल नेहरू के बिना कुछ भी इस देश में सोचा जा सकता है? राजीव गांधी को दरकिनार कर भला देश में चल रही जनहित योजनाओं को भुलाया जा सकता है? मुख्य संगठक का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के महापुरुषों का इतिहास बदलने से कुछ होने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मान रही है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा तक नहीं लिया. सरदार पटेल के नाम पर बने स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी के नाम पर रख दिया गया. भला नरेंद्र मोदी ने कौन सा खेल खेला? 1983 में भारत ने वर्ल्ड कप जीता तो स्टेडियम का नाम अरुण जेटली के नाम पर क्यों, कपिल देव के नाम पर क्यों नहीं?
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उन्होंने बताया कि इतिहास को सेवादल संकलित कर रहा है. विचारों का संकलन किया जा रहा है. जनता के बीच वास्तविकता लाई जाएगी. बताया जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी इतिहास के नाम पर जनता को बरगला रही है. गुमराह कर रही है. सेवादल जनता को सच बताएगा जिससे कांग्रेस पार्टी के इतिहास को दरकिनार न किया जा सके.