लखनऊः पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर एक बार फिर केंद्रीय और कर्मचारी संगठनों ने आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है. कर्मचारियों की मांगों को दूर करने के लिए ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया. लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में चर्चा के दौरान तमाम संगठन मौजूद रहे.
मांगों को लेकर आंदोलन की तैयारी
केंद्रीय और राज्य कर्मचारी के तमाम पेंशनर संगठनों ने पुरानी पेंशन बहाली और समस्याओं को दूर करने की मांग को लेकर आंदोलन की तैयारी करनी शुरू कर दी हैं. इस संबंध में ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव शिव गोपाल मिश्रा के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में पुरानी पेंशन, मंहगाई भत्तों की बहाली, चतुर्थ श्रेणी की भर्तियां शुरू करने, निजीकरण पर रोक लगाने और नौकरियों में ठेका प्रथा खत्म करने जैसी कई मांगों को लेकर चर्चा की गई है.
कर्मचारी संगठनों से एक मंच पर आने का आवाहृन
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन यादव ने बैठक में सभी कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक, पेंशनर्स और संगठनों से एक ही मंच पर आने का आवाह्न किया है. महामंत्री ने कहा कि अलग-अलग गुटों में बंटे रहने से हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी. ऐसे में हम सभी संगठनों को एक मंच पर आकर अपनी मांगों के प्रति आवाज उठानी चाहिए.
सरकार के रवैए से कर्मचारी संगठन नाराज
लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय में बैठक के दौरान कर्मचारी संगठनों ने सरकार की नीतियों पर चर्चा की है. बैठक में मौजूद तमाम संवर्गों के कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने सरकार की नीतियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए एकजुट होने का आवाह्न किया है. साथ ही बैठक के दौरान कर्मचारी संगठनों ने जिला से लेकर दिल्ली तक आंदोलन चलाने पर सहमति बनाई है.
वरिष्ठ नेता तैयार करेंगे रूपरेखा
देशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाने के दौरान वरिष्ठ कर्मचारी नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई. समस्त संगठनों के वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय स्तर के संगठनों के नेताओं से बातचीत करेंगे. वरिष्ठ नेता योजना बनाकर लोगों को जोड़ने का काम करेंगे. बैठक के दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष हरिशंकर तिवारी, ऑल इंडिया पेंशनर्स एसोसिएशन अध्यक्ष शिव शंकर दुबे, सचिवालय संघ अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्रा मौजूद रहे.