लखनऊ: भारतीय सेना में सेवारत सेना चिकित्सा कोर के चिकित्सकों के लिए आयोजित मेडिकल ऑफिसर्स बेसिक कोर्स (एमओबीसी-228), पूरा होने पर लखनऊ छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज में एक भव्य 'रस्मी-परेड' आयोजित की गई. सात सप्ताह तक चले इस आधारभूत पाठ्यक्रम में सशस्त्र चिकित्सा सेवाओं के कुल 121 नए युवा मेडिकल और दंत सैन्य चिकित्साधिकारियों ने भाग लिया. इनमें 50 महिला सैन्य चिकित्साधिकारी, 10 नेवल सैन्य चिकित्साधिकारी, 19 वायु सेना के चिकित्साधिकारी और 10 सैन्य दंत चिकित्साधिकारी शामिल थे.
सेनानायक ले. जनरल नवदीप सिंह लांबा ने 'रस्मी परेड' का किया निरीक्षण
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित एक आकर्षक 'रस्मी परेड' का निरीक्षण सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के सेनानायक ले. जनरल नवदीप सिंह लांबा ने किया और मार्च-पास्ट की सलामी ली. इस दौरान कैप्टन सिद्धार्थ चक्रवर्ती को पाठ्यक्रम का 'बेस्ट ओवर ऑल अधिकारी' घोषित किया गया और उन्हें 'कमांडेंट्स रॉलिंग ट्रॉफी' से सम्मानित किया गया. जबकि कैप्टन अजय को बेस्ट ऑफीसर-इन-फील्ड इवेन्ट्स के लिए मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह अशोक चक्र स्मृति ट्रॉफी से सम्मानित किया गया.
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बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को दी बधाई
युवा सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए ले. जनरल नवदीप सिंह लांबा ने उनका आह्वान किया कि वे अपने चिकित्सकीय कुशलता के श्रेष्ठ मानदंडों को निभाते हुए सैन्य चिकित्सकों की शानदार परंपरा को बनाये रखें. उन्होंने इस पाठ्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को बधाई दी.
ले. जनरल नवदीप सिंह लांबा ने इस पाठ्यक्रम में युवा सैन्यधिकारियों की अपार सफलता एवं उपलब्धियों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सात सप्ताह तक चले इस पाठ्यक्रम में अधिकारियों को अपनी उच्च व्यावसायिक कार्यदक्षता को निखारने का अवसर मिला. इस अवसर पर सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों सहित पाठ्यक्रम में शामिल युवा चिकित्सा सैन्यधिकारियों के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे.