लखनऊ: कोरोना के गंभीर मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. इलाज के साथ डॉक्टर मरीजों की जान बचाने की पहल में जुटे हैं. कोरोना के गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा दान कर रहे हैं. बुधवार को लोहिया संस्थान के एमबीबीएस छात्रों ने प्लाज्मा दान किया.
प्लाज्मा थेरेपी से संक्रमण का प्रभाव कम
रोजाना 5,000 से ज्यादा लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो रही है. गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है. लोहिया संस्थान में ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. वीके शर्मा के मुताबिक कोरोना के गंभीर मरीजों को शुरुआत में प्लाज्मा थेरेपी देकर संक्रमण के प्रभाव में कमी लाई जा सकती है. यह संजीवनी की तरह काम कर रही है. अफसोस की बात यह है कि संक्रमण दर काफी होने के बावजूद कोरोना विजेता प्लाज्मा दान करने से कतरा रहे हैं.
डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि लोहिया का ब्लड बैंक प्लाज्मा दान के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. कोरोना विजेताओं को गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आना चाहिए.
इन छात्रों ने किया प्लाज्मा दान
डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि बुधवार को 8 एमबीबीएस छात्रों ने प्लाज्मा दान किया. इन छात्रों ने कोरोना वायरस को हराया है. श्रुतिका, श्रुति, स्पर्श, पियूशी, द्विव्या, आदित्य, विपिन व शोभित ने प्लाज्मा दान किया.
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