लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) का सोलहवां दीक्षांत समारोह सोमवार को मनाया गया. दीक्षांत समारोह के मौके पर 44 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया. दीक्षांत समारोह में 21 छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया. महिलाओं में सबसे ज्यादा मेडल आकांक्षा को मिले. एमबीबीएस की छात्रा आकांक्षा को दस मेडल मिले हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आकांक्षा ने कहा कि अगर रेग्युलर क्लासेस की जाएं और शिक्षकों की बताई बातों का पालन किया जाए तो अच्छे नंबर लाए जा सकते हैं. एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को आकांक्षा ने राय दी है कि वह रेग्युलर स्टडी करें और नियमित कक्षाएं अटेंड करें. आकांक्षा ने बताया कि अच्छे मार्क्स लाने के लिए बहुत ज्यादा पढ़ाई करने की आवश्यकता नहीं होती है. रेग्युलर क्लास करने के साथ अगर मन लगाकर 2 से 3 घंटे पढ़ाई की जाए तो बेहतर परिणाम सामने आते हैं.
केजीएमयू के साथ काम करना चाहती हैं आकांक्षा
ईटीवी भारत से बातचीत में आकांक्षा ने केजीएमयू की फैकल्टी की तारीफ करते हुए कहा है कि वह अपने आप को सौभाग्यशाली समझती हैं कि उन्हें केजीएमयू जैसे संस्थान में पढ़ाई करने का मौका मिला. आगे भी वह केजीएमयू संस्थान के साथ जुड़े रहने का प्रयास करेंगी. आकांक्षा ने कहा कि वह भविष्य में केजीएमयू में ही जॉब करना चाहती हैं.
समाज के हर तबके को समाज के लिए करना होगा काम
आकांक्षा ने बताया कि समाज की बेहतरी के लिए सिर्फ डॉक्टर को ही नहीं हर व्यक्ति को सामने आना पड़ेगा. हमें अपने घर से ही शुरुआत करनी पड़ेगी. हम अपने आसपास देखें कि कौन जरूरतमंद है किसकी हम मदद कर सकते हैं. ऐसे लोगों की मदद करना शुरू करें. इससे बेहतर समाज का विकास होगा. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आकांक्षा ने कहा कि मैं सभी से अपील करती हूं कि वह अपने आसपास के जरूरतमंद लोगों की मदद करें.
पोस्ट ग्रेजुएशन करेंगी आकांक्षा
फ्यूचर प्लानिंग को लेकर आकांक्षा ने बताया है कि अभी उनके पोस्ट ग्रेजुएशन के एग्जाम बाकी हैं. वह पहले अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करेंगी और उसके बाद केजीएमयू संस्थान के साथ जुड़ने के लिए प्रयास करेंगी. केजीएमयू के साथ जुड़कर काम करना चाहती हैं. आकांक्षा ने बताया कि पैथोलॉजी में उनकी रूचि है, लिहाजा भविष्य में वह पैथोलॉजी क्षेत्र में काम करने की ओर कदम बढ़ाएंगे.