लखनऊ : एमबीबीएस या बीडीएस में स्नातक उत्तीर्ण कर डॉक्टर बन चुके अभ्यर्थियों को परास्नातक करने का अवसर मिला है. भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, नई दिल्ली ने कटऑफ के संबन्ध में फैसला लिया है कि नीट-2023 परीक्षा में शामिल होने वाला अभ्यर्थी कितने भी प्रतिशत अंक प्राप्त किए हो, जीरो प्रतिशत अंक होने पर भी उसे पीजी में एडमिशन मिल सकेगा.
भारत सरकार के इस निर्णय के बाद बीते दिन चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश की महानिदेशक किंजल सिंह ने प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के नीट पीजी की परीक्षा दे चुके चिकित्सकों से प्रवेश प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक के माध्यम से आवेदन करने की अपील की है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन्हें मेरिट के आधार पर प्रवेश नहीं मिला है, वे सभी चिकित्सक दोबारा आवेदन कर सकते हैं.
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, उप महानिदेशक द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि पीजी कोर्सेज मेडिकल व डेंटल के लिए नीट पीजी काउंसिलिंग 2023 में भाग लेने के लिए क्वालीफाइंग परसेंटेज को जीरो तक घटा दिया गया है. तीसरे राउंड की पीजी काउंसिलिंग के लिए अभ्यर्थी नए सिरे से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. जिन अभ्यर्थियों का पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन हो चुका है उन्हें फिर से रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं है. कट ऑफ बदलने के बाद चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय ने बीते दिनों प्रस्तावित नीट पीजी की मॉप अप राउंड की काउंसिलिंग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. अगले आदेश में काउसिंलिंग संबन्धी जानकादी दी जाएगी.
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