लखनऊ: महापौर संयुक्ता भाटिया ने आलमबाग स्थित मंदिर में सेवा भारती से संबंध रखने वाली स्वयं सहायता समूह द्वारा गोबर से निर्मित भगवान गणेश और लक्ष्मी की दीपक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया. इस प्रदर्शनी में महापौर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय का अपना एक विशेष महत्व है. गाय के गोबर से बने अनुपयोगी चीजों से दूध न देने वाली गायों के संरक्षण में काफी सहायता मिलेगी. इसके साथ ही जिस तरह से दीपावली के त्यौहार पर लोग चाइनीज दीयों का प्रयोग करते हैं. इस बार लोग अपने घरों पर गाय के गोबर से बने दियो का प्रयोग करें, जिससे संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सहायता भी मिले और गौ रक्षा व गाय के कल्याण के साथ-साथ विकास को भी बढ़ावा मिले.
महापौर संयुक्ता भाटिया ने आगे कहा कि इस प्रयास से दूध न देने वाली बूढ़ी व दूसरी अन्य गायों के गोबर का भी सदुपयोग प्रयोग किया जा सकता है. बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा पर चल रहे विवाद को ध्यान में रखते हुए इस बार लोगों ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग करने का ही निर्णय लिया है. ऐसे में गाय के गोबर से बने दिए व लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां निश्चित रूप से काफी सहायक होंगी.