लखनऊ : निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा (Assembly Election Dates In Five States) कर दी है. चुनाव की तारीखों के एलान के बाद सभी राजनीतिक दल इस कदम का स्वागत कर रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में होने वाले चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की घोषणा का स्वागत किया है. मायावती ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए यह भी कहा है कि अगले महीने आम चुनाव कराने की घोषणा निर्वाचन आयोग के लिए बड़ी चुनौती भी होगी. मायावती ने आयोग को मशीनरी का दुरुपयोग होने और धनबल के इस्तेमाल को रोकने पर विशेष तौर पर ध्यान देने की बात कही है. कहा है कि यही निर्वाचन आयोग की असली अग्नि परीक्षा होगी. बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया है.
-
1. मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व मिज़ोरम विधानसभा आमचुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत, किन्तु चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर चुनाव को पूरी तरह स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर।
— Mayawati (@Mayawati) October 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">1. मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व मिज़ोरम विधानसभा आमचुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत, किन्तु चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर चुनाव को पूरी तरह स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर।
— Mayawati (@Mayawati) October 9, 20231. मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व मिज़ोरम विधानसभा आमचुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत, किन्तु चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर चुनाव को पूरी तरह स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर।
— Mayawati (@Mayawati) October 9, 2023
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व मिज़ोरम विधानसभा आमचुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत है, लेकिन चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर चुनाव को पूरी तरह स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि 'खासकर सत्ताधारी पार्टी चुनाव को गलत दिशा में प्रभावित करने के लिए लुभावने वादे व हवा हवाई घोषणाओं पर अंकुश लगना ज़रूरी है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस भी जारी किया है. जातिवाद व साम्प्रदायिकता का उन्माद व हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई अत्यावश्यक है. बहुजन समाज पार्टी मुखिया ने कहा कि बीएसपी मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ चुनावी समझौता करने के अलावा मिज़ोरम को छोड़कर राजस्थाऩ व तेलंगाना इन दोनों राज्य में अकेले ही बिना किसी से कोई समझौता किए हुए चुनाव लड़ रही है और इन राज्यों में अच्छे रिज़ल्ट की उम्मीद करती है.'
यह भी पढ़ें : एससी एसटी ओबीसी वर्ग की महिलाओं का कोटा अलग से सुरक्षित करे सरकार : मायावती |