लखनऊ: बसों को लेकर यूपी में शुरू हुई राजनीति में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती भी कूद पड़ी हैं. मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों को नसीहत दी है कि श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए समुचित प्रबंध किया जाए. वहीं कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि सरकार लखनऊ में बस मांग रही है तो वहीं भेज देना चाहिए.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार से अपील की है. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्यों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर अपने खर्चे से श्रमिक प्रवासियों को बसों और ट्रेनों से सुरक्षित भिजवाने के लिए जरूरी सकारात्मक कदम उठाए.
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2. इसके साथ ही, राज्यों की सरकारों से भी यह कहना है कि वे अपने-अपने राज्यों में श्रमिक प्रवासियों की खाने व ठहरने तथा उन्हें सरल प्रक्रिया के ज़रिये बसों व ट्रेनों आदि से भेजने की उचित व्यवस्था जरूर करें। 2/3
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मायावती ने कहा कि राज्यों की सरकारों से भी यह कहना है कि वह अपने-अपने राज्यों में श्रमिक प्रवासियों की खाने और ठहरने की व्यवस्था करें. साथ ही साथ प्रवासियों को सरल प्रक्रिया के जरिए बसों और ट्रेनों से भेजने की उचित व्यवस्था जरूर करें.
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3. बी.एस.पी. का यह भी कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी के पास वास्तव में 1,000 बसें हैं तो उन्हें लखनऊ भेजने में कतई भी देरी नहीं करनी चाहिये, क्योंकि यहाँ भी श्रमिक प्रवासी लोग भारी संख्या में अपने घरों में जाने का काफी बेसबरी से इन्तज़ार कर रहें हैं। 3/3
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मायावती ने कहा कि बीएसपी का यह भी कहना है कि यदि कांग्रेस पार्टी के पास वास्तव में एक हजार बसें हैं, तो उन्हें लखनऊ भेजने में कतई भी देरी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यहां भी प्रवासी श्रमिक भारी संख्या में अपने घर जाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
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