लखनऊ: दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा भड़क उठी. इस दौरान नकाबपोश लोगों ने जेएनयू हॉस्टल में घुसकर तोड़फोड़ की और छात्रों को घायल कर दिया. इस मामले में देशभर के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि 'JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक है. केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये. साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाये तो यह बेहतर होगा.'
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JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।
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— Mayawati (@Mayawati) January 6, 2020JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।
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इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि 'JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है. इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए.'
जेएनयू मामले पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि 'नकाबपोश बदमाशों की ओर से जेएनयू छात्रों और शिक्षकों पर किया गया क्रूर हमला चौंकाने वाला है. भारत को फासिस्ट कंट्रोल कर रहे हैं.'