लखनऊः बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रदेश सरकार पर ट्वीटर के माध्यम से निशाना साधा है. मायावती ने कोरोना काल के दौरान रोजगार और चिकित्सा सेवाओं का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास किया है.
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लागू हुआ. लॉकडाउन के कारण सबसे अधिक गरीब और असहाय लोग पीड़ित हुए हैं. लॉकडाउन के दौरान गरीब और असहाय लोग अपने-अपने घर आने को मजबूर हो गए. अब यहां आकर वह बेरोजगार हो गए हैं.
मायावती ने यूपी में आए प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक स्थिति के साथ क्वारंटाइन सेंटर का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार क्वारंटाइन सेंटरों पर व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त करे.
मायावती ने क्वारंटाइन सेंटरों की अव्यवस्था पर उठाए सवाल
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ट्वीटर के माध्यम से यूपी सरकार को घेरने का प्रयास किया है. मायावती ने प्रवासी श्रमिकों के रोजगार और क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए. ट्विटर के माध्यम से उन्होंने लिखा कि क्वारंटाइन सेंटर में इलाज के दौरान मरीज किसी अन्य बीमारी के शिकार न हो जाएं.
मायावती ने कहा कि सरकार के कोविड-19 केंद्र के अधिकतर केंद्रों में अव्यवस्थाएं हैं. वहां पर उचित साफ-सफाई व रखरखाव का अभाव है. इस कारण कहीं वह बीमारी के नए केंद्र ना बन जाएं. सरकार इस पर भी गंभीरता से ध्यान दें, तो यह बेहतर होगा.
लॉकडाउन की मार से पीड़ितों की आर्थिक हालत बदहाल है. यूपी में अपने घर वापस लौटे लाखों प्रवासी श्रमिक रोजी-रोटी के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. यह बहुत ही गंभीर चिंता की बात है. श्रमिकों को रोजगार देने के लिए सरकार कोई ठोस रणनीति बनाए.