लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में हार का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ा है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट करके कहा है कि बहुजन समाज पार्टी को नहीं जीतने देने के लिए सत्ताधारी दल ने एक षडयंत्र रचा. इसी षडयंत्र का हिस्सा सपा को जीत दिलाना है. बता दें कि उपचुनाव के आज आये परिणाम के बाद बसपा को करारा झटका लगा है, उसके खाते में एक भी सीट नहीं गयी है.
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यूपी विधानसभा आमचुनाव से पहले बीएसपी के लोगों का मनोबल गिराने के षडयंत्र के तहत बीजेपी द्वारा इस उपचुनाव में सपा की कुछ सीटें जिताने व बीएसपी को एक भी सीट नहीं जीतने देने को पार्टी के लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं। वे इनके इस षडयंत्र को फेल करने के लिए पूरे जी-जान से जरूर जुटेंगे।
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— Mayawati (@Mayawati) October 24, 2019
मायावती ने किया ट्वीट
बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट करके कहा कि यूपी विधानसभा आम चुनाव से ठीक पहले बीएसपी के लोगों का मनोबल गिराने के षड्यंत्र के तहत बीजेपी द्वारा इस उपचुनाव में सपा की कुछ सीटें जिताने और बीएसपी को एक भी सीट नहीं जीतने देने को पार्टी के लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं. वह इनके इस षड्यंत्र को फेल करने के लिए पूरे जी-जान से जरूर जुड़ेंगे. इस उपचुनाव के परिणाम ने बसपा के सामने कठिन चुनौती खड़ी कर दी है. पहली बार किसी उपचुनाव में भागीदारी करने का यह बसपा के लिए काफी खराब अनुभव साबित हुआ है.
आमतौर पर बहुजन समाज पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ती रही है. सपा के साथ 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने के उपरांत गठबंधन से अलग होकर बसपा ने उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया था. बसपा ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेस, लेकिन उसे कहीं भी सफलता हासिल नहीं हुई. जिन 11 सीटों पर उपचुनाव संपन्न हुए हैं, उसमें से अम्बेडकरनगर की जलालपुर विधानसभा सीट बहुजन समाज पार्टी के पास थी, लेकिन मायावती अपनी उस एक सीट को भी नहीं बचा सकीं. ऐसी परिस्थिति उत्पन्न होने के बाद निश्चित तौर पर बसपा अध्यक्ष मायावती के लिए कठिन चुनौती है. इससे साफ जाहिर होता है कि उनकी आगे की राजनीतिक यात्रा और कठिन होने वाली है.