लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने ट्विटर के जरिए समाजवादी पार्टी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि यदि समाजवादी सरकार को परशुराम की प्रतिमा लगानी ही थी तो अपने शासन काल के दौरान ही लगा देते. बसपा किसी भी मामले में सपा की तरह कहती नहीं, कर के भी दिखाती है. बसपा की सरकार बनने पर सपा की तुलना में परशुराम जी की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी.
-
5.08 को जब PM ने राम मंदिर का शिलान्यास किया तो अच्छा होता अगर वो उस समय दलित समाज से जुड़े अपने राष्ट्रपति हैं उनको भी साथ में ले जाते। कुछ दलित संत भी चिल्लाते रहे कि हमें नहीं बुलाया गया। उनको नहीं बुलाया पर राष्ट्रपति को बुला लेते तो अच्छा संदेश जाता: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/zLYIOkqayB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">5.08 को जब PM ने राम मंदिर का शिलान्यास किया तो अच्छा होता अगर वो उस समय दलित समाज से जुड़े अपने राष्ट्रपति हैं उनको भी साथ में ले जाते। कुछ दलित संत भी चिल्लाते रहे कि हमें नहीं बुलाया गया। उनको नहीं बुलाया पर राष्ट्रपति को बुला लेते तो अच्छा संदेश जाता: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/zLYIOkqayB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 20205.08 को जब PM ने राम मंदिर का शिलान्यास किया तो अच्छा होता अगर वो उस समय दलित समाज से जुड़े अपने राष्ट्रपति हैं उनको भी साथ में ले जाते। कुछ दलित संत भी चिल्लाते रहे कि हमें नहीं बुलाया गया। उनको नहीं बुलाया पर राष्ट्रपति को बुला लेते तो अच्छा संदेश जाता: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/zLYIOkqayB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020
मायावती ने कहा कि कोरोना के मद्देनजर राज्य/केंद्र सरकार की कमियों को ध्यान में रखते हुए यूपी में बीएसपी की सरकार बनने पर ब्राम्हण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल व सुविधा युक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण किया जाएगा.
-
यदि SP सरकार को परशुराम की प्रतिमा लगानी ही थी तो अपने शासन काल के दौरान ही लगा देते। बसपा किसी भी मामले में सपा की तरह कहती नहीं है कर के भी दिखाती है। बसपा की सरकार बनने पर सपा की तुलना में परशुराम जी की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/2cdeuyGEqe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">यदि SP सरकार को परशुराम की प्रतिमा लगानी ही थी तो अपने शासन काल के दौरान ही लगा देते। बसपा किसी भी मामले में सपा की तरह कहती नहीं है कर के भी दिखाती है। बसपा की सरकार बनने पर सपा की तुलना में परशुराम जी की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/2cdeuyGEqe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020यदि SP सरकार को परशुराम की प्रतिमा लगानी ही थी तो अपने शासन काल के दौरान ही लगा देते। बसपा किसी भी मामले में सपा की तरह कहती नहीं है कर के भी दिखाती है। बसपा की सरकार बनने पर सपा की तुलना में परशुराम जी की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/2cdeuyGEqe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020
बसपा प्रमुख ने कहा कि पांच अगस्त को जब पीएम मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया तो अच्छा होता अगर वो उस समय दलित समाज से जुड़े अपने राष्ट्रपति को भी साथ में ले जाते. कुछ दलित संत भी चिल्लाते रहे कि हमें नहीं बुलाया गया. उनको नहीं बुलाया पर राष्ट्रपति को बुला लेते तो अच्छा संदेश जाता.
-
कोरोना के मद्देनजर राज्य/केंद्र सरकार की कमियों को ध्यान में रखते हुए यूपी में BSP की सरकार बनने पर ब्राम्हण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल व सुविधा युक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण किया जाएगा: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/5dv5ph9sPA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कोरोना के मद्देनजर राज्य/केंद्र सरकार की कमियों को ध्यान में रखते हुए यूपी में BSP की सरकार बनने पर ब्राम्हण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल व सुविधा युक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण किया जाएगा: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/5dv5ph9sPA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020कोरोना के मद्देनजर राज्य/केंद्र सरकार की कमियों को ध्यान में रखते हुए यूपी में BSP की सरकार बनने पर ब्राम्हण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल व सुविधा युक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण किया जाएगा: बसपा प्रमुख मायावती pic.twitter.com/5dv5ph9sPA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2020
उन्होंने कहा कि चार बार बनी BSP सरकार ने सभी वर्गों के महान संतों के नाम पर अनेक जनहित योजनाएं शुरू की थीं और जिलों के नाम रखे थे, जिसे बाद में आई सपा सरकार ने जातिवादी मानसिकता और द्वेष की भावना के चलते बदल दिया था. बसपा की सरकार बनते ही इन्हें फिर से बहाल किया जाएगा.