पुणे : साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने शानदार शतक जड़ा है. उन्होंने 195 गेंदों का सामना कर 108 रन जड़ दिए. उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अपने पिछले एक साल में बेहतरीन बल्लेबाजी के बारे में अनुभव साझा किया.
वाइजैग में दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने कहा,'पिछले 12 महीने बहुत अच्छे रहे हैं मेरे लिए. बहुत रन आए हैं. मैं बहुत खुश हूं जैसी मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, अगर ऐसे ही रन बनाते रहूं तो मेरे लिए अच्छा रहेगा'. बतौर खिलाड़ी मैं हर दिन बेहतर होने की कोशिश कर रहा हूं. उन्होंने हर दिन की नई चुनौती के बारे में कहा कि स्पोर्ट्स ऐसी चीज है, जिसमें बैलेंस बनाना जरूरी है. अगर आज आपने 100 बनाया और कल भी आप खेलने जा रहे हैं तो आपके दिमाग में यह रहना चाहिए कि नया दिन है, ये जरूरी नहीं कि आप रन बनाओगे और ये भी नहीं रहना चाहिए कि रन नहीं बनेंगे.मयंक अग्रवाल ने अपने खेल की तकनीक के बदलाव के बारे में कहा, 'मैंने अपने बैलेंस के पर काम किया और अपने गेम को समझने की कोशिश की है. अगर आप अपने गेम को समझ सकते हैं तो आपके लिए कई चीजें आसान हो जाती हैं और पिछले तीन सालों से मैं इस पर काम कर रहा हूं'. अग्रवाल ने ये भी बताया कि वह सोने से पहले अगले दिन का लक्ष्य तय करते हैं. सुबह उठकर वह उस पर काम करते हैं. आईपीएल में कई टीमों के लिए खेलकर और ड्रेसिंग रूम शेयर करने के बारे में उन्होंने कहा कि वह उनका अच्छा अनुभव था और ऐसा करना उनके लिए काफी फायदेमंद रहा है. हर खिलाड़ी से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है.यह भी पढ़ें- INDvsSA : टीम इंडिया को लगा तीसरा झटका, मयंक शतक बनाकर हुए आउट
विराट कोहली और एमएस धोनी की कप्तानी के बारे में मयंक ने कहा कि आरसीबी टीम में विराट की कप्तानी में खेलकर काफी कुछ सीखा और सुपरजाइंट्स में माही भाई कप्तान नहीं थे, लेकिन बतौर खिलाड़ी ही उन्होंने खेल में मेरी काफी मदद की थी.