लखनऊः विवादित किताब लिखने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद बड़ा प्रदर्शन किया गया. बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसफी मस्जिद पर लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान मौलाना रजा हुसैन ने मांग उठाई की कि वसीम रिजवी को गिरफ्तार कर जेल के बजाय पागलखाने भेजा जाए. साथ ही उन्होंने सरकार से इस पूरे मामले की जांच करने और लिप्त अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी उठाई.
गौरतबल है कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिज़वी ने पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवन पर एक विवादित पुस्तक लिखी है. इस किताब में इस्तेमाल किए गए शब्दों पर मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश है. जगह-जगह वसीम रिजवी का विरोध हो रहा है. उनकी गिरफ्तारी की मांग उठाई जा रही है. इसी कड़ी में बड़ा इमामबाड़ा स्थित आसफी मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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वसीम रिजवी के खिलाफ कई शिया और सुन्नी उलमा पहले फतवा भी जारी कर चुके हैं. वसीम को शिया समुदाय से खारिज करने का एलान भी हो चुका है. देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी बड़ा फैसला लिया है. पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक और विवादित किताब लिखने के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड ने उनकी असल सीरत (जीवन परिचय) पर मण्डलियां बनाकर सबके सामने प्रस्तुत करने का फैसला किया है.
बीते दिनों मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा था कि अफसोस है कि वसीम रिजवी निरंतर इस प्रकार का जघन्य कृत्य करता रहा है. वह न केवल मुसलमानों के हृदय को आहत कर रहा है बल्कि उसका यह कृत्य देश की शांति व सद्भाव को और संविधान को ठेस पहुंचाने वाला है. देश का कानून किसी भी धर्म के आस्था के प्रतीकों के अपमान की अनुमति नहीं देता. वसीम रिजवी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.
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