लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले वसीम रिज़वी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. लंबे समय बाद वक्फ बोर्ड के चेयरमैन पद की कुर्सी छीनने के बाद वसीम रिज़वी के खिलाफ सभी उलेमा लामबंद हो गये हैं. वसीम रिज़वी द्वारा लिखी गई पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब पर विवादित किताब से लोगों में खासी नाराज़गी है. इसके चलते वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने दर्जनों मौलानाओं के साथ चौक थाने पहुंचकर वसीम रिज़वी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी.
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि इसके चलते पूरे हिंदुस्तान में आतंक फैलने के साथ ही हिन्दू-मुस्लिम और शिया-सुन्नी दंगे होने का अंदेशा हो गया है. उन्होंने कहा कि दुनिया के 55 मुस्लिम देशों तक जब यह किताब पहुंचेगी तो उनसे भी सम्बंध हमारे देश के खराब होंगे. लिहाज़ा, सरकार तत्काल इस किताब पर रोक लगाये और इसे बैन करे.
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मौलाना कल्बे जवाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि वसीम रिज़वी देशद्रोही है. उस पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि वसीम रिज़वी पर 30 मुकदमे चल रहे हैं लेकिन अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया. इसमें दो मुकदमे 302 और 153 A के भी हैं. मौलाना ने कहा कि कुछ भ्रष्ट लीडर इसको संरक्षण दिए हुए हैं, जिसकी वजह से यह बचा हुआ है. मौलाना जवाद ने सरकार से मांग की है कि वसीम रिज़वी की तत्काल गिरफ्तारी की जाए.
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