लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि कोरोना से बचने के लिए प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति मास्क पहने. उन्होंने मास्क बनाने के निर्देश दिए थे. शासन ने मास्क बनाने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को दिया. मिशन के निदेशक आईएएस अफसर सुजीत कुमार ने बेहतर योजना बनाकर 50 लाख मास्क का निर्माण करवा चुके हैं. मास्क का निर्माण स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने किया है.
'जरूरी नहीं कि मेडिकल के ही मास्क पहनें'
आईएएस सुजीत कुमार आज मास्क मैन की तरह काम कर रहे हैं. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना का प्रकोप शुरू होने के साथ ही केंद्र सरकार, राज्य सरकार की एडवाइजरी जारी होने लगी कि सभी को मास्क पहनना है. साथ ही यह भी कहा गया कि जरूरी नहीं है कि मेडिकल के मास्क ही पहनें. आम जनता द्वारा कपड़े का बना मास्क पहनने की बात कही गई. यह भी उतने ही प्रभावी होंगे. कपड़े के मास्क घुलकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं.
मास्क मैन ने बताया कि हमने मास्क बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया. साथ ही यह भी तैयारी की गई कि अगर मास्क स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बनवाया जाता है तो यह सिर्फ सस्ता ही नहीं होगा, बल्कि महिलाओं को रोजगार भी प्रदान करेगा और उनकी आमदनी भी बढ़ जाएगी.
13 से 14 रुपये है मास्क की कीमत
आईएएस सुजीत कुमार ने बताया कि इसके बाद महिलाओं को प्रशिक्षण देने की बड़ी चुनौती थी. रॉ मैटेरियल की उपलब्धता, मास्क का दर निर्धारित करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन इसे किया गया. खादी ग्रामोद्योग से 65 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से कपड़ा मिला. मार्केट से भी कपड़ा लिया गया. मास्क की कीमत 13 से 14 रुपये है. एक मास्क पर महिला को चार रुपये मिलते हैं. सभी जिलों को भारी संख्या में मास्क बनाने के निर्देश दिए गए.
'38 लाख मास्क की हो चुकी है बिक्री'
उन्होंने बताया कि मिशन से करीब 20 हजार महिलाएं ऐसी हैं, जो सिलाई का काम करती हैं. उनमें से करीब 15 हजार महिलाएं ऐसी हैं, जो मास्क के निर्माण में लगी हैं. एक महिला एक दिन में करीब 100 मास्क बना रही हैं. ये अब तक 50 लाख मास्क से ऊपर बना चुके हैं. 38 लाख मास्क की बिक्री हो चुकी है.
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मास्क मैन ने बताया कि प्रयास हो रहा है कि राज्य का प्रत्येक व्यक्ति कपड़े का मास्क इस्तेमाल करे. पंचायती राज विभाग को निर्देशित किया गया है कि स्वच्छता से जुड़े सभी कर्मचारियों को मास्क उपलब्ध कराया जाए. इससे सभी की सुरक्षा होगी. साथ ही महिलाओं की आमदनी बढ़ेगी.