लखनऊ: कांग्रेस पार्टी लगातार विपक्षी दलों से आए बागियों को तोहफा दे रही है. पहले जारी सूची में कांग्रेस ने अपनों को दरकिनार कर दूसरी पार्टी से आए लोगों को टिकट दी. गुरुवार को जारी सूची में कांग्रेस ने मुरादाबाद से भाजपा विधायक रहे मेजर जेपी सिंह को संभल की टिकट दी. इससे अब बागियों को टिकट देने के मामले में कांग्रेस ने अन्य पार्टियों को पीछे छोड़ दिया है.
बहुजन समाज पार्टी के नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कांग्रेस में शामिल होने से यह सिलसिला शुरू हुआ. सपा और बसपा के कई बागी नेताओं ने कांग्रेस को सबसे सुरक्षित मानते हुए इसमें शामिल हुए. ज्यादातर बागी कांग्रेस में अपनी शर्तों के मुताबिक जुड़े और उनकी शर्त लोकसभा चुनाव में टिकट पाना था. हालांकि कांग्रेस ने भी बागियों को मायूस नहीं किया और ज्यादातर को मनचाही सीट पर उम्मीदवार बनाया.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उनकी मनपसंद बिजनौर सीट दी तो कैसरजहां को सीतापुर. भाजपा सांसद रहीं सावित्रीबाई फुले को बहराइच से कांग्रेस ने टिकट दिया. मुरादाबाद से दो बार भाजपा विधायक रहे मेजर जेपी सिंह को कांग्रेस ने संभल सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
करीब डेढ़ माह पहले राज बब्बर के सामने मेजर जेपी सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा था. सदस्यता लेते वक्त मेजर जेपी सिंह ने कहा था कि उनका भाजपा में दम घुट रहा था. राहुल गांधी ने जब सिपाहियों को शहीद का दर्जा देने की बात कही तो इससे वो काफी प्रभावित हुए. इसीलिए कांग्रेस में आए हैं. साथ ही कहा कि कांग्रेस में पहले भी रह चुके हैं. इसलिए इसे उनकी घर वापसी कहा जाना चाहिए.