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जल निगम में बड़े घोटाले का राजफाश, जानिये कितनों पर गिरी गाज

जल निगम में बड़े घोटाले का राजफाश हुआ है. चलिए जानते हैं इस मामले में अभी तक कितने लोगों पर गाज गिरी है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 15, 2023, 11:54 AM IST

लखनऊ: जल निगम प्रबंधन ने बलिया शहर में सीवर लाइन हाउस कनेक्शन के कामों में अनियमितता के मामले में चार अभियंताओं समेत छह को निलबित कर दिया है. इसके अलावा दोषी पाए गए चार अभियंताओं से वसूली के आदेश दिए हैं. उस समय वहां तैनात रहने वाले पांच अभियंता ग्रामीण के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. जांच के दौरान कुल 11 अभियंताओं को पूर्ण रूप और चार को आंशिक रूप से दोषी पाया गया है. मुख्य अभियंता अरुण कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.

जल निगम प्रबंधन ने इस मामले में छह अभियंताओं के साथ काम करने वाली फर्म मेसर्स ज्योति बिल्डटेक लखनऊ के खिलाफ एफआईआर कराई है. जल निगम शहरी के उस समय के कार्यवाहक अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियता अभिषेक वर्मा, अवर अभियंता नीरज कुमार पांडेय व अश्वनी कुमार और खंडीय लेखाकार रवि गिरी व पंकज कुमार सिंह को निलंबित किया गया है. यह धांधली वर्ष 2006 में हुई थी.

इसके अलावा अधिशासी अभियंताओं में कायम हुसैन से 942.70 लाख, कमलेश सिंह से 723.33 लाख, फणींद राय से 9.14 लाख और सहायक अभियंता एसएन राय से 13.82 लाख रुपये कुल 1690.99 लाख रुपये की वसूली की जाएगी. इनमें से पांच अभियंताओं में दो अधिशासी, एक सहायक और दो अवर अभियंता जल निगम ग्रामीण में चले गए हैं इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जल निगम ग्रामीण प्रबंधन को पत्र लिखा गया है.

ये भी पढ़ेंः जल संरक्षण के लिए लखनऊ जल निगम की कवायद

लखनऊ: जल निगम प्रबंधन ने बलिया शहर में सीवर लाइन हाउस कनेक्शन के कामों में अनियमितता के मामले में चार अभियंताओं समेत छह को निलबित कर दिया है. इसके अलावा दोषी पाए गए चार अभियंताओं से वसूली के आदेश दिए हैं. उस समय वहां तैनात रहने वाले पांच अभियंता ग्रामीण के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. जांच के दौरान कुल 11 अभियंताओं को पूर्ण रूप और चार को आंशिक रूप से दोषी पाया गया है. मुख्य अभियंता अरुण कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.

जल निगम प्रबंधन ने इस मामले में छह अभियंताओं के साथ काम करने वाली फर्म मेसर्स ज्योति बिल्डटेक लखनऊ के खिलाफ एफआईआर कराई है. जल निगम शहरी के उस समय के कार्यवाहक अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियता अभिषेक वर्मा, अवर अभियंता नीरज कुमार पांडेय व अश्वनी कुमार और खंडीय लेखाकार रवि गिरी व पंकज कुमार सिंह को निलंबित किया गया है. यह धांधली वर्ष 2006 में हुई थी.

इसके अलावा अधिशासी अभियंताओं में कायम हुसैन से 942.70 लाख, कमलेश सिंह से 723.33 लाख, फणींद राय से 9.14 लाख और सहायक अभियंता एसएन राय से 13.82 लाख रुपये कुल 1690.99 लाख रुपये की वसूली की जाएगी. इनमें से पांच अभियंताओं में दो अधिशासी, एक सहायक और दो अवर अभियंता जल निगम ग्रामीण में चले गए हैं इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जल निगम ग्रामीण प्रबंधन को पत्र लिखा गया है.

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