लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी के कई बड़े चेहरे समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं और विधानसभा चुनाव से पहले कभी भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं. कांग्रेस पार्टी के भी कई बड़े नेता अखिलेश यादव से संपर्क बनाए हुए हैं और वह भी शुभ समय का इंतजार कर रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि बहुजन समाज पार्टी के आधा दर्जन व कांग्रेस के कई बड़े नेता समाजवादी पार्टी का दामन आने वाले समय में थाम सकते हैं. पिछले कुछ समय में बसपा के कई बड़े नेताओं ने अखिलेश यादव से मुलाकात भी की है. समाजवादी पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव बहुत मजबूती से लड़ने की तैयारी कर रही है.
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी यूपी से कांग्रेस के बड़े नेता पूर्व विधायक इमरान मसूद ने पिछले दिनों अखिलेश यादव से गोपनीय मुलाकात की थी, जिसके बाद अब वह समाजवादी पार्टी में शामिल होने का मन बना चुके हैं और वह सारे समीकरणों को देखते हुए आने वाले समय में समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं. उन्होंने सहारनपुर की मुज्जफराबाद सीट से 2007 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. इसके बाद उन्होंने कई चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं सके. मुस्लिम समाज के बीच इमरान मसूद काफी लोकप्रिय बताए जाते हैं. वह अपने विवादित बयानों के लिए भी जाने जाते हैं.
कांग्रेस के ब्राह्मण चेहरों में शुमार और अब कांग्रेस से नाता तोड़ चुके पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी भी अपना नया सियासी ठिकाना तलाश रहे हैं. पूर्वांचल में बड़े ब्राह्मण चेहरों में शुमार ललितेश पति त्रिपाठी के बारे में सूत्र बताते हैं कि वह अखिलेश यादव से बातकर चुके हैं और आने वाले कुछ दिनों या फिर नवरात्र में ही वह समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं. समाजवादी पार्टी ललितेश पति त्रिपाठी के सहारे ब्राह्मण समाज को संदेश देने के लिए उन्हें शामिल करेगी और भाजपा सरकार में ब्राह्मण समाज की नाराजगी को कैश करने की कोशिश भी करेगी. पूर्वांचल में जातीय समीकरण दुरुस्त करने को लेकर ललितेश पति त्रिपाठी के माध्यम से सपा को बड़ा सियासी लाभ मिल सकता है.
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के और भी कई बड़े नेता जो बुंदेलखंड क्षेत्र से आते हैं, वह भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस के एक ओबीसी नेता भी सपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं. वह भी सियासी समीकरण देखते हुए शुभ मुहूर्त में सपा में शामिल हो सकता हैं.
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वहीं बहुजन समाज पार्टी के कई बड़े चेहरे पिछले कुछ समय से पार्टी से नाराज हैं या मायावती ने उन्हें निष्कासित किया है. ऐसे नेता भी अखिलेश यादव के संपर्क में हैं. बहुजन समाज पार्टी के आधा दर्जन से अधिक विधायक भी अखिलेश यादव से कई बार मुलाकात कर चुके हैं और वह चुनाव से ठीक पहले पार्टी में शामिल हो जाएंगे. सपा ने उनसे टिकट देने का वादा भी किया है. सपा में शामिल होने वाले संभावित चेहरों में बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर, पूर्व नेता विधान मंडल दल लालजी वर्मा, आरएस कुशवाहा के नाम सबसे महत्वपूर्ण हैं. यह सभी अखिलेश यादव से मिल चुके हैं और अक्टूबर में कभी भी सपा का दामन थाम लेंगे. इससे स्वाभाविक रूप से समाजवादी पार्टी अन्य दलों को यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि चुनाव से पहले सियासी हवा उसकी तरफ ही चल रही है.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद कहते हैं कि भाजपा सरकार से हर कोई परेशान है और जनता परिवर्तन चाहती है. समाजवादी पार्टी में कई दलों के प्रमुख नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है और आने वाले समय में कई बड़े नेता शामिल होंगे. दूसरे दलों के तमाम नेता विकल्प चाहते हैं और इस समय सिर्फ समाजवादी पार्टी विकल्प है. इससे इस बात के स्पष्ट हैं कि सियासी हवा समाजवादी पार्टी के पक्ष में चल रही और विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार को उखाड़ फेकेंगी और सरकार बनाएगी.
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