लखनऊः राजधानी के मलिहाबाद फलपट्टी क्षेत्र में आम बागवानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बागों में कीटों के प्रकोप और कोरोना लॉकडाउन ने आम बागवानों की चिंताएं बढ़ा रखी हैं. वहीं बुधवार रात आई तेज आंधी और ओलवर्ष्टि से फलों के राजा आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है. बागवानों के मुताबिक आंधी और ओलावृष्टि से आम टूट कर कर गिर गए. जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
10 से 15 फीसदी फसल के नुकसान की आशंका
मलिहाबाद आम बागवान मुशर्रफ अली ने कहा कि इस बार आम के पेड़ों पर बौर कम निकले थे. इसके बाद तमाम प्रकार के रोगों ने फसल को पहले ही काफी नुकसान पहुंचाया था. हम इस नुकसान से जैसे-तैसे उबरने की कोशिश कर ही रहे थे. लेकिन, बुधवार रात आई तेज आंधी ने रही-सही उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया. मुशर्रफ अली ने कहा कि उनके लिए टूटे हुए आम का कोई महत्व नहीं है. देर रात आई तेज आंधी और ओलावृष्टि से किसानों के 10 से 15 फीसदी किसानों के फसलों का नुकसान हुआ है.
बारिश आम के लिए है काफी मुफीद
आम बागवान प्रदीप द्विवेदी, आशीष पाण्डेय और अन्य लोगों ने बताया कि देर रात हुई आंधी और ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है. वहीं दूसरी ओर बारिश आम के लिए बहुत मुफीद है. इस बारिश से आम का साइज बढ़ने के साथ उसका रंग रूप भी निखरेगा और बागों में लग रहे कीड़ों के प्रकोप से भी राहत मिलेगी.
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बुधवार देर रात आई तेज आंधी और ओलावृष्टि से पेड़ों से आम टूटकर नीचे गिर गए. जिससे फल पट्टी क्षेत्र मलिहाबाद में दस से पंद्रह फीसदी नुकसान की आशंका जताई जा रही है.