लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की तरफ से संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षा ग्रह में 'अवध संध्या' श्रृंखला का आयोजन किया गया. इस संध्या के दौरान शास्त्रीय, उप शास्त्रीय गीतों के साथ शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के भाव भी मंच पर देखने को मिले. इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक संस्कृति व सूचना शिशिर, अकादमी अध्यक्ष डॉक्टर पूर्णिमा पांडे व सचिव डॉक्टर रवीना भी मौजूद रहे.
'अवध संध्या' कार्यक्रम में मंदिरा लहरी ने अपने गीतों से श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
अवध संध्या की शुरुआत सुप्रसिद्ध गायिका मंदिरा लहरी ने राग बागेश्वरी, तीन तलाक में निबद्ध 'वन वन बोले कोयलिया, हाय बसंत बहरिया, फूल चमेली बिलरिया से किया.
संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में आयोजित 'अवध संध्या' कार्यक्रम में मंदिरा लहरी ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की तरफ से संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षा ग्रह में 'अवध संध्या' श्रृंखला का आयोजन किया गया. इस संध्या के दौरान शास्त्रीय, उप शास्त्रीय गीतों के साथ शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के भाव भी मंच पर देखने को मिले. इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक संस्कृति व सूचना शिशिर, अकादमी अध्यक्ष डॉक्टर पूर्णिमा पांडे व सचिव डॉक्टर रवीना भी मौजूद रहे.
Intro:उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षा ग्रह में 'अवध संध्या' श्रृंखला का आयोजन किया गया. इस संध्या के दौरान शास्त्रीय उप शास्त्रीय गीतों के साथ शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के भाव भी मंच पर देखने को मिले. इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक संस्कृति व सूचना शिशिर, अकादमी अध्यक्ष डॉक्टर पूर्णिमा पांडे व सचिव डॉक्टर रवीना बैक मौजूद रहे.
Body:अवध संध्या की शुरुआत सुप्रसिद्ध गायिका मंदिरा लहरी ने राग बागेश्वरी, तीन तलाक में निबद्ध 'वन वन बोले कोयलिया, हाय बसंत बहरिया, फूल चमेली बिलरिया से किया. इस दौरान राग बसंत बहार में तीन ताल पर प्रस्तुति 'रसिया को नारी बनाऊंगी' 'फागुन मास आयो रे' पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. इस दौरान भरतनाट्यम नृत्यांगना अर्चना पांडे ने अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर श्री कृष्ण पर आधारित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया.
Conclusion:निशिकांत त्रिवेदी, ईटीवी लखनऊ, 9453557602
Body:अवध संध्या की शुरुआत सुप्रसिद्ध गायिका मंदिरा लहरी ने राग बागेश्वरी, तीन तलाक में निबद्ध 'वन वन बोले कोयलिया, हाय बसंत बहरिया, फूल चमेली बिलरिया से किया. इस दौरान राग बसंत बहार में तीन ताल पर प्रस्तुति 'रसिया को नारी बनाऊंगी' 'फागुन मास आयो रे' पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. इस दौरान भरतनाट्यम नृत्यांगना अर्चना पांडे ने अपने साथी कलाकारों के साथ मिलकर श्री कृष्ण पर आधारित मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया.
Conclusion:निशिकांत त्रिवेदी, ईटीवी लखनऊ, 9453557602