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एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे ढाई लाख रुपये - लखनऊ में दर्ज कराई एफआईआर

यूपी के लखनऊ में एक ठग युवती ने प्रधानमंत्री रोजगार योजना कार्यालय की कर्मचारी बनकर एक युवक से ढाई लाख रुपये की ठगी कर ली. जब युवक को शक हुआ तो उसने थाने में एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस तहरीर के आधार पर जांच कर रही है.

एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे ढाई लाख रुपये
एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे ढाई लाख रुपये
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Published : Nov 27, 2020, 10:16 PM IST

लखनऊः जनपद में प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत एयरपोर्ट पर नौकरी का झांसा देकर लूट का मामला सामने आया है. जालसाज ने एक युवक से नौकरी के दिलाने के नाम पर ढाई लाख रुपये हड़प लिए. ठग इतनी शातिर थी कि उन्होंने पीड़ित को भरोसे में लेने के लिए पंजीकरण शुल्क, वेशभूषा, चरित्र सत्यापन और कोरोना जांच भी करा ली. इसके बाद आरोपी ने युवक से गुगल खाता संख्या के जरिए पैसे एकाउंट में डलवा लिए और फरार हो गई.

लॉकडाउन में छिन गई थी नौकरी
लाल कूआंं निवासी पीड़ित अजय ने बताया कि वह एक निजी कंपनी में नौकरी करता था लेकिन लॉकडाउन के चलते काम छिन गया. अगस्त में उसने प्रधानमंत्री रोजगार योजना के विज्ञापन का लिंक देखकर अपने मोबाइल फोन से ही फार्म भरा. फार्म भरते ही आरोही नाम की एक युवती ने उसके नंबर पर कॉल करके खुद को प्रधानमंत्री रोजगार योजना के कार्यालय की कर्मचारी बताया.

पंजीकरण के लिए मांगे थे 2,500 रुपये
शातिर ठग ने कहा कि योजना में उसका चयन हो गया है लेकिन पंजीकरण के लिए 2,500 रुपये शुल्क जमा करना होगी. इसके लिए ठग युवती ने उसे गूगल की एक खाता संख्या दी.

अजय ने शातिर ठग के कहना पर उक्त खाते में रुपया जमा करा दिया. इसके बाद ठग युवती ने एयरपोर्ट अथॉरिटी में नौकरी लगने की जानकारी देते हुए अजय के फोटो व अन्य शैक्षिक दस्तावेजों की प्रति मंगाई और सुरक्षा धनराशि के रूप में 15,000 रुपया जमा कराने को कहा. अजय ने उक्त रकम भी जमा करा दी.

प्रशिक्षण के लिए मांगे 38,800 रुपये
रुपये मांगने का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ. युवती ने वेशभूषा, लैपटॉप और मोबाइल फोन के नाम पर 28,900 रुपये और मांगे. युवती ने कहा कि उक्त रुपये सामान का कूरियर पहुंचते ही रिफंड हो जाएंगे. अजय का कहना है कि उसने दोस्तों व परिचितों से उधार लेकर रुपया जमा करा दिया. आठ दिन बाद ठग युवती ने उसे फिर कॉल की और प्रशिक्षण के लिए 38,800 रुपये और जमा करने के लिए कहा.

शक होने पर दर्ज कराई एफआईआर
अजय ने किसी तरह यह रकम भी जमा कराई लेकिन उसकी वेशभूषा, लैपटॉप और मोबाइल फोन का कूरियर नहीं आया. पूछने पर ठग युवती ने कहा कि कुछ औपचारिकताएं अभी बाकी हैं. उसने कहा कि अभी एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से बैंक में खाता खुलवाने और कोरोना जांच कराने का काम बाकी है. इसके बाद जब अजय ने युवती को फोन किया तो आरोपी का फोन बंद जाने लगा. इस पर अजय को शक हुआ तो उसने थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच में जुट गई है.

लखनऊः जनपद में प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत एयरपोर्ट पर नौकरी का झांसा देकर लूट का मामला सामने आया है. जालसाज ने एक युवक से नौकरी के दिलाने के नाम पर ढाई लाख रुपये हड़प लिए. ठग इतनी शातिर थी कि उन्होंने पीड़ित को भरोसे में लेने के लिए पंजीकरण शुल्क, वेशभूषा, चरित्र सत्यापन और कोरोना जांच भी करा ली. इसके बाद आरोपी ने युवक से गुगल खाता संख्या के जरिए पैसे एकाउंट में डलवा लिए और फरार हो गई.

लॉकडाउन में छिन गई थी नौकरी
लाल कूआंं निवासी पीड़ित अजय ने बताया कि वह एक निजी कंपनी में नौकरी करता था लेकिन लॉकडाउन के चलते काम छिन गया. अगस्त में उसने प्रधानमंत्री रोजगार योजना के विज्ञापन का लिंक देखकर अपने मोबाइल फोन से ही फार्म भरा. फार्म भरते ही आरोही नाम की एक युवती ने उसके नंबर पर कॉल करके खुद को प्रधानमंत्री रोजगार योजना के कार्यालय की कर्मचारी बताया.

पंजीकरण के लिए मांगे थे 2,500 रुपये
शातिर ठग ने कहा कि योजना में उसका चयन हो गया है लेकिन पंजीकरण के लिए 2,500 रुपये शुल्क जमा करना होगी. इसके लिए ठग युवती ने उसे गूगल की एक खाता संख्या दी.

अजय ने शातिर ठग के कहना पर उक्त खाते में रुपया जमा करा दिया. इसके बाद ठग युवती ने एयरपोर्ट अथॉरिटी में नौकरी लगने की जानकारी देते हुए अजय के फोटो व अन्य शैक्षिक दस्तावेजों की प्रति मंगाई और सुरक्षा धनराशि के रूप में 15,000 रुपया जमा कराने को कहा. अजय ने उक्त रकम भी जमा करा दी.

प्रशिक्षण के लिए मांगे 38,800 रुपये
रुपये मांगने का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ. युवती ने वेशभूषा, लैपटॉप और मोबाइल फोन के नाम पर 28,900 रुपये और मांगे. युवती ने कहा कि उक्त रुपये सामान का कूरियर पहुंचते ही रिफंड हो जाएंगे. अजय का कहना है कि उसने दोस्तों व परिचितों से उधार लेकर रुपया जमा करा दिया. आठ दिन बाद ठग युवती ने उसे फिर कॉल की और प्रशिक्षण के लिए 38,800 रुपये और जमा करने के लिए कहा.

शक होने पर दर्ज कराई एफआईआर
अजय ने किसी तरह यह रकम भी जमा कराई लेकिन उसकी वेशभूषा, लैपटॉप और मोबाइल फोन का कूरियर नहीं आया. पूछने पर ठग युवती ने कहा कि कुछ औपचारिकताएं अभी बाकी हैं. उसने कहा कि अभी एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से बैंक में खाता खुलवाने और कोरोना जांच कराने का काम बाकी है. इसके बाद जब अजय ने युवती को फोन किया तो आरोपी का फोन बंद जाने लगा. इस पर अजय को शक हुआ तो उसने थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच में जुट गई है.

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