लखनऊ: महेंद्र सिंह धोनी का पूरा इंटरनेशनल कैरियर समाप्त हो गया और रिटायर भी हो गए. मगर उनको लखनऊ में अपना दूसरा मैच खेलने में पूरे 25 साल लग गए. साल 1998 मई में वे एक कोल कंपनी की टीम से शीशमहल ट्रॉफी खेलने के लिए लखनऊ आए थे. वो दूसरी बार ईपीएल मुकाबले में खेलने के लिए मई 2023 में लखनऊ आए. दोनों बार में जबरदस्त अंतर है. पिछली बार लखनऊ में महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni in Lucknow) को कोई नहीं जानता था, मगर अपनी टीम के लिए उन्होंने एक पचास रन बनाए थे.
मगर इस बार उनको सब जानते हैं और लखनऊ की टीम को भुला कर हजारों क्रिकेट प्रशंसकों ने केवल धोनी धोनी का शोर मचाया. कहीं से लगा ही नहीं कि मुकाबला लखनऊ में ही खेला जा रहा है. महेंद्र सिंह धोनी ने अपना पहला मैच लखनऊ में 1998 में खेला था. तब 40-40 ओवर की शीशमहल ट्रॉफी जो कि लखनऊ में हुआ करती थी, उसका नाम पूरे देश में हुआ करता था. इसमें देश के नामी गिरामी क्रिकेटर खेला करते थे. प्रतियोगिता 1952 से लेकर 2010 तक आयोजित की गई. इसमें 1998 के सत्र में महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी टीम सेंटल कोलफील्ड लिमिटेड की ओर से खेलने आए थे.
उनकी टीम का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था, मगर खुद महेंद्र सिंह धोनी ने एक मुकाबले पचास रन बनाए थे. इसके बाद में 25 साल लग गए उनको लखनऊ में दूसरा मुकाबला खेलने में. इस बीच में लखनऊ में कई मुकाबले खेले गए मगर संयोग से एमएस धोनी इन मुकाबलों में नहीं शामिल हो सके. मगर जब धोनी आईपीएल में लखनऊ आए, तो लखनऊ को लोगों ने उनको सिर आंखों पर उठा लिया. इकाना स्टेडियम में बारिश के बावजूद सबसे अधिक भीड़ मैच का गवाह बनने के लिए आई. लखनऊ की टीम को छोड़कर लोगों ने चेन्नई सुपर किंग्स का समर्थन करते नजर आए. पूरा मैदान पीली जर्सी से भरा हुआ नजर आ रहा था.
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