लखनऊ: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से कराने की मांग हो रही है. इसके लिए माध्यमिक शिक्षक संघ ने उपमुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को पत्र लिखा है. संघ ने अपने पत्र में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का हवाला देते हुए कहा है कि जान है तो जहान है. ऐसे में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य केंद्रीय मूल्यांकन के बजाय शिक्षकों के घर से कराया जाए.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष और विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ओमप्रकाश शर्मा ने उप मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को 2 सप्ताह के लिए बढ़ाया है. ऐसे में हाईस्कूल और इंटर बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन 5 मई से कराए जाने की घोषणा उचित नहीं है. प्रदेश के कई जिलों में मूल्यांकन कार्य के लिए शारीरिक दूरी नियम पालन की कोई तैयारी नहीं दिखाई दे रही है. दीर्घकालीन लॉकडाउन के वजह से कई शिक्षक दूरदराज के क्षेत्रों में अपने परिजनों के पास फंसे हुए हैं.
शर्मा ने पत्र में लिखा कि महिला शिक्षकों के मूल्यांकन स्थल तक पहुंचने के लिए किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. केंद्रीय मूल्यांकन कार्य व्यावहारिक नहीं है. ऐसे में पूर्व की भांति शिक्षकों को उनके आवास पर उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराकर मूल्यांकन कार्य कराया जाए. इससे सामाजिक दूरी के नियम का पालन भी होगा और कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को नियंत्रित भी किया जाएगा. ऐसे में सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे और वर्क फ्रॉम होम सिद्धांत को लागू करते हुए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शिक्षकों के आवास से कराया जाए.