ETV Bharat / state

कांग्रेस ने बनारस से अजय राय को दिया टिकट, गोरखपुर से मधुसूदन तिवारी होंगे प्रत्याशी

कांग्रेस पार्टी ने बनारस और गोरखपुर जैसी हाईप्रोफाइल सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए है. पार्टी ने बनारस से अजय राय को उतारा है तो वहीं गोरखपुर सीट से मधुसूदन तिवारी को टिकट देकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है.

कांग्रेस ने बनारस से अजय राय को दिया टिकट.
author img

By

Published : Apr 25, 2019, 5:09 PM IST

लखनऊ: बनारस और गोरखपुर जैसी हाईप्रोफाइल सीटों पर गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतार कर महीनों से बनारस सीट पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया. पार्टी ने बनारस से 2014 लोकसभा चुनाव लड़ चुके अजय राय को मैदान में उतारा तो गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीट पर मधुसूदन तिवारी को उतारकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है. 2014 में जौनपुर से कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके रवि किशन इस बार गोरखपुर से बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं.

कांग्रेस ने बनारस से अजय राय को दिया टिकट.

कांग्रेस पार्टी से पिछले लोकसभा चुनाव में बनारस से चुनाव लड़ चुके अजय राय पर फिर से दांव लगाया है. पिछले चुनाव में अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे. इस बार बनारस सीट से ही गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर शालिनी यादव मैदान में हैं. शालिनी के पिता श्याम लाल यादव कांग्रेसी सांसद रह चुके हैं. अभी तक शालिनी भी कांग्रेस से जुड़ी थीं, लेकिन अचानक वे सपा में शामिल हो गईं और सपा ने उन्हें गठबंधन प्रत्याशी बना दिया. मोदी की बनारस सीट पर इन दोनों प्रत्याशियों से टक्कर होनी हैं.

गोरखपुर की बात करें तो भाजपा ने रवि किशन शुक्ला को यहां पर प्रत्याशी बनाया लेकिन कांग्रेस ने गुरुवार को मास्टर स्ट्रोक खेल दिया और यहां पर एक बड़े चेहरे मधुसूदन तिवारी को मैदान में उतार दिया. वे बार के चार बार अध्यक्ष रहे हैं और वर्तमान में वे बार काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं. बाहुबली हरिशंकर तिवारी के मधुसूदन तिवारी रिश्ते में बहनोई भी लगते हैं. ऐसे में हरिशंकर तिवारी का सपोर्ट मिलना भी तय है. इसलिए गोरखपुर सीट पर मुकाबला रोमांचक होना तय है.

लखनऊ: बनारस और गोरखपुर जैसी हाईप्रोफाइल सीटों पर गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतार कर महीनों से बनारस सीट पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया. पार्टी ने बनारस से 2014 लोकसभा चुनाव लड़ चुके अजय राय को मैदान में उतारा तो गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीट पर मधुसूदन तिवारी को उतारकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है. 2014 में जौनपुर से कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके रवि किशन इस बार गोरखपुर से बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं.

कांग्रेस ने बनारस से अजय राय को दिया टिकट.

कांग्रेस पार्टी से पिछले लोकसभा चुनाव में बनारस से चुनाव लड़ चुके अजय राय पर फिर से दांव लगाया है. पिछले चुनाव में अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे. इस बार बनारस सीट से ही गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर शालिनी यादव मैदान में हैं. शालिनी के पिता श्याम लाल यादव कांग्रेसी सांसद रह चुके हैं. अभी तक शालिनी भी कांग्रेस से जुड़ी थीं, लेकिन अचानक वे सपा में शामिल हो गईं और सपा ने उन्हें गठबंधन प्रत्याशी बना दिया. मोदी की बनारस सीट पर इन दोनों प्रत्याशियों से टक्कर होनी हैं.

गोरखपुर की बात करें तो भाजपा ने रवि किशन शुक्ला को यहां पर प्रत्याशी बनाया लेकिन कांग्रेस ने गुरुवार को मास्टर स्ट्रोक खेल दिया और यहां पर एक बड़े चेहरे मधुसूदन तिवारी को मैदान में उतार दिया. वे बार के चार बार अध्यक्ष रहे हैं और वर्तमान में वे बार काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं. बाहुबली हरिशंकर तिवारी के मधुसूदन तिवारी रिश्ते में बहनोई भी लगते हैं. ऐसे में हरिशंकर तिवारी का सपोर्ट मिलना भी तय है. इसलिए गोरखपुर सीट पर मुकाबला रोमांचक होना तय है.

Intro:मधुसूदन के आने से रवि किशन की कठिन हुई डगर, गोरखपुर सीट पर अब बीजेपी-कांग्रेस की कड़ी टक्कर

लखनऊ। बनारस और गोरखपुर जैसी हाईप्रोफाइल सीटों पर आज कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतार कर महीनों से बनारस सीट पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया। पार्टी ने बनारस से 2014 लोकसभा चुनाव लड़ चुके अजय राय को मैदान में उतारा तो गोरखपुर जैसी हाई प्रोफाइल सीट पर मधुसूदन तिवारी को उतारकर मुकाबला रोमांचक बना दिया है। 2014 में जौनपुर से कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ चुके रवि किशन इस बार गोरखपुर से बीजेपी की तरफ से मैदान में हैं।


Body:कांग्रेस पार्टी से पिछले लोकसभा चुनाव में बनारस से चुनाव लड़ चुके अजय राय पर फिर से दांव लगाया है। पिछले चुनाव में अजय राय तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 75000 से कुछ ज्यादा मत मिले थे। इस बार बनारस सीट से ही गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर शालिनी यादव मैदान में हैं। शालिनी के पिता श्याम लाल यादव कांग्रेसी सांसद रह चुके हैं। अभी तक शालिनी भी कांग्रेस से जुड़ी थीं, लेकिन अचानक वे सपा में शामिल हो गईं और सपा ने उन्हें गठबंधन प्रत्याशी बना दिया। नरेंद्र मोदी की बनारस सीट पर इन दोनों प्रत्याशियों से टक्कर होनी हैं, वहीं गोरखपुर की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी ने रवि किशन शुक्ला को यहां पर प्रत्याशी बनाया लेकिन कांग्रेस ने आज मास्टर स्ट्रोक खेल दिया और यहां पर एक बड़े ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतार दिया। मधुसूदन तिवारी को यहां पर पार्टी ने प्रत्याशी बनाया वे बार के चार बार अध्यक्ष रहे हैं और वर्तमान में वे बार काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं। बाहुबली हरिशंकर तिवारी के मधुसूदन तिवारी रिश्ते में बहनोई भी लगते हैं और हरिशंकर का गोरखपुर में दबदबा भी है,अच्छी पकड़ है। ऐसे में हरिशंकर तिवारी का सपोर्ट मिलना भी तय है। लिहाजा, गोरखपुर सीट पर मुकाबला रोमांचक होना तय है। अब रवि किशन की राह कठिन हो सकते हैं।


Conclusion:बनारस में भले ही अजय राय नरेंद्र मोदी को टक्कर दे पाने में नाकाम साबित हों, लेकिन कांग्रेस को उम्मीद है कि गोरखपुर में मधुसूदन तिवारी के आने से निश्चित तौर पर कांग्रेस बहुत अच्छा चुनाव लड़ेगी और इस सीट को छीनने की क्षमता रखती है। यह सीट कांग्रेस की होगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.