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लखनऊ चिड़ियाघर पहुंचे तेंदुए के तीन नन्हे शावक, दो ने खोली आंखें

चिड़ियाघर की निदेशक ने बताया कि बलरामपुर व मुरादाबाद से शावक लाए गए थे. यह शावक दूध पर निर्भर हैं. इन्हें एक दिन में चार से पांच बार दूध दिया जा रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 28, 2023, 10:39 PM IST

लखनऊ : नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ में सोमवार को तीन तेंदुए के शावकों को लाया गया. वर्तमान समय में लखनऊ चिड़ियाघर में विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर लाए गए तेंदुओं में चार वयस्क नर तेंदुआ और आठ वयस्क मादा तेंदुआ हैं. इस प्रकार अब प्राणि उद्यान में कुल 17 तेंदुआ उपलब्ध हैं.

चिड़ियाघर की निदेशक ने आदिति शर्मा ने 'बताया कि बीते 20 अगस्त को सामाजिक वानिकी बिजनौर की नजीबाबाद रेंज के ग्राम- मजरा धंसनी से रेस्क्यू करके तीन तेंदुओं के शावकों को नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ लाया गया है, जब यह शावक प्राणि उद्यान लाये गये थे तब इनकी उम्र लगभग 2 से 3 दिनों की थी, इनकी आंखें भी नहीं खुली थीं. सामाजिक वानिकी बिजनौर की नजीबाबाद रेंज द्वारा प्राणि उद्यान को बताया गया कि इन तीनों शावको को उसकी मां छोड़कर चली गई. जिस कारण शावकों की देखरेख एवं सुरक्षा के लिए प्राणि उद्यान, लखनऊ लाया गया है. इन शावकों को प्राणि उद्यान के वन्य जीव चिकित्सालय में रख कर गया है. इसके साथ ही दो अन्य तेंदुआ शावकों जिनमें से एक बलरामपुर तथा दूसरा शावक मुरादाबाद से प्राप्त हुआ था. इन तीनों शावकों की देखभाल विशेष रूप से कीपर एवं वन्यजीव चिकित्सकों द्वारा की जा रही है.'

बीते 20 अगस्त को रेस्क्यू कर लाये गये तीनों शावक बहुत छोटे हैं तथा कीपर एवं वन्य जीव चिकित्सकों द्वारा हैंड रेयरिंग के माध्यम से इनकी देखभाल की जा रही है. यह शावक पूरी तरह से दूध पर ही निर्भर हैं. इन शावकों को दिन भर में 4 से 5 बार दूध दिया जा रहा है. तीनों शावक तेंदुओं में से दो शावकों ने सोमवार को अपनी आंखें खोली हैं.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में 24.43 करोड़ की लागत से बनेगा नौसेना का शौर्य संग्रहालय, जानें खासियत

लखनऊ : नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ में सोमवार को तीन तेंदुए के शावकों को लाया गया. वर्तमान समय में लखनऊ चिड़ियाघर में विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर लाए गए तेंदुओं में चार वयस्क नर तेंदुआ और आठ वयस्क मादा तेंदुआ हैं. इस प्रकार अब प्राणि उद्यान में कुल 17 तेंदुआ उपलब्ध हैं.

चिड़ियाघर की निदेशक ने आदिति शर्मा ने 'बताया कि बीते 20 अगस्त को सामाजिक वानिकी बिजनौर की नजीबाबाद रेंज के ग्राम- मजरा धंसनी से रेस्क्यू करके तीन तेंदुओं के शावकों को नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ लाया गया है, जब यह शावक प्राणि उद्यान लाये गये थे तब इनकी उम्र लगभग 2 से 3 दिनों की थी, इनकी आंखें भी नहीं खुली थीं. सामाजिक वानिकी बिजनौर की नजीबाबाद रेंज द्वारा प्राणि उद्यान को बताया गया कि इन तीनों शावको को उसकी मां छोड़कर चली गई. जिस कारण शावकों की देखरेख एवं सुरक्षा के लिए प्राणि उद्यान, लखनऊ लाया गया है. इन शावकों को प्राणि उद्यान के वन्य जीव चिकित्सालय में रख कर गया है. इसके साथ ही दो अन्य तेंदुआ शावकों जिनमें से एक बलरामपुर तथा दूसरा शावक मुरादाबाद से प्राप्त हुआ था. इन तीनों शावकों की देखभाल विशेष रूप से कीपर एवं वन्यजीव चिकित्सकों द्वारा की जा रही है.'

बीते 20 अगस्त को रेस्क्यू कर लाये गये तीनों शावक बहुत छोटे हैं तथा कीपर एवं वन्य जीव चिकित्सकों द्वारा हैंड रेयरिंग के माध्यम से इनकी देखभाल की जा रही है. यह शावक पूरी तरह से दूध पर ही निर्भर हैं. इन शावकों को दिन भर में 4 से 5 बार दूध दिया जा रहा है. तीनों शावक तेंदुओं में से दो शावकों ने सोमवार को अपनी आंखें खोली हैं.

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