लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रशांत चौधरी का सड़क हादसे में निधन हो गया. इस खबर को सुनने के बाद से ही विश्वविद्यालय सदमे में है. प्रशांत चौधरी शिक्षकों से लेकर छात्रों तक में काफी लोकप्रिय थे. वे काफी लंबे समय से विश्वविद्यालय से जुड़कर शिक्षण कार्य कर रहे थे. वहीं उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी भी हैं.
प्रशांत चौधरी लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ टूरिज्म में बतौर गेस्ट फैकेल्टी पढ़ाते थे. खुशमिजाज व्यक्तित्व के कारण छात्रों के बहुत करीबी थे. वह सोमवार को गृह जनपद इटावा में पंचायत चुनाव के दौरान वोट डालने गए थे. उसी दौरान लौटते समय सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई. वे लखनऊ विश्वविद्यालय से ही वेस्टर्न हिस्ट्री में परास्नातक की पढ़ाई किए थे. उसके बाद यहीं पढ़ाना शुरू कर दिया था.
प्रशांत हैंडबॉल के बहुत अच्छे खिलाड़ी थे
डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव बताते हैं कि प्रशांत अगर किसी से 5 मिनट बात कर लें तो ऐसा लगता था कि वर्षो से परिचित हैं. वहीं प्रशांत चौधरी के साथ काम करने वाले अमित पांडे कहते हैं कि यहीं से पढ़ाई की थी. इसलिए, लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों से लेकर एक-एक कर्मचारी तक उनका अलग व्यवहार था. उनके व्यवहार से लगता था जैसे पूरा विश्वविद्यालय ही अपना घर है. इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म स्टडीज की समन्वयक डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव ने कहा कि किसी के लिए भी इस पर भरोसा कर पाना संभव नहीं है.
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