लखनऊ: राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह इसी महीने आयोजित किया जाएगा. यह विश्वविद्यालय का 64वां दीक्षांत समारोह होगा. कुलपति आलोक कुमार राय बुधवार को इसकी घोषणा की. कुलपति ने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में करीब 14 विश्वविद्यालय के मेडल दिए जाएंगे. बचे हुए अन्य मेडल विभाग के स्तर पर समारोह का आयोजन कर वितरित होंगे.
बता दें, अभी तक सभी मेडल मुख्य दीक्षांत समारोह में ही दिए जाने की परंपरा रही है. मेडल की संख्या अधिक होने के कारण कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बीते वर्ष सही इस परंपरा में परिवर्तन कर दिया था. कुल मेडल की संख्या करीब 196 है.
खास बात यह है कि इस बदले हुए स्वरूप में समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के शिक्षकों और यहां के छात्रों द्वारा किए गए नए कार्यों को भी प्रदर्शित किया जाएगा. कुलपति ने बताया कि अभी तक तारीख नहीं तय हुई है लेकिन इसी महीने समारोह कराने की तैयारी है .
यह मेडल दिए जाएंगे
- चांसलर गोल्ड मेडल : यह मेडल सर्वश्रेष्ठ छात्र या छात्रा को पढ़ाई के साथ एनसीसी, खेलकूद और सामाजिक कार्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जाता है .
- चक्रवर्ती गोल्ड मेडल
- वाइस चांसलर गोल्ड मेडल
- सिल्वर मेडल
- पांच फैकल्टी में दो-दो होनहार छात्र छात्राओं को 10 ब्रांज मेडल दिए जाएंगे.
यह घोषणा की गई - 11 साल बाद डी.लिट की शुरुआत
लखनऊ विश्वविद्यालय में डी.लिट पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. कुलपति ने बताया कि करीब 11 साल बाद इसकी शुरुआत हो रही है. इसी सत्र से इस में दाखिले लिए जाएंगे. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के स्तर पर सभी संकाय के अधिष्ठाताओं की एक समिति का गठन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस बार इस पाठ्यक्रम में दाखिले के नियमों में कुछ परिवर्तन किया गया है. अभी तक लखनऊ विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस के हिसाब से इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पीएचडी की कोई बाध्यता नहीं थी. नए नियमों के तहत इस में परिवर्तन कर दिया गया है.
दिसंबर से होगी सेमेस्टर परीक्षाओं की शुरुआत
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाओं की शुरुआत की जाएगी. शुरुआत विधि संकाय से की जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी विभागों में प्रथम सेमेस्टर को छोड़कर अन्य सभी सेमेस्टर की परीक्षाएं दिसंबर 2021 एवं जनवरी 2020 में करा ली जाएंगी. जबकि फरवरी तक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने की तैयारी है. प्रश्न पत्र के पैटर्न में भी बदलाव किया गया है. फिलहाल, अभी यूनिक व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. पूरे प्रश्न पत्र में 10 सवाल दिए जाएंगे जिनमें से किन्ही पांच के जवाब देने होंगे.
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