लखनऊ : लखनऊ सुपरजाइंट्स की टीम में हरफनमौला की तौर पर टीम में शामिल किया गया दीपक हुड्डा ने अपनी प्रतिष्ठा बहुत कम की है. सी मैचों में खेलते हुए उन्होंने मात्र 39 रन बनाए हैं. पौने छह करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदे गए दीपक हुड्डा का एक रन फिलहाल लखनऊ सुपरजाइंट्स को 14 लाख रुपये से भी अधिक का पड़ रहा है. टीम में ऑलराउंडर के तौर पर शामिल हुड्डा ने एक भी विकेट नहीं लिया है. आखिरकार उनको टीम में इस खराब प्रदर्शन के बावजूद खिलाने की जरूरत क्या है इसका जवाब केवल कप्तान केएल राहुल और हेड कोच एंडी फ्लावर के पास ही है.
दीपक हुड्डा भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य भी रहे हैं. उनको लगातार लखनऊ सुपरजाइंट्स में दूसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका मिल रहा है, मगर वे लगातार असफल हो रहे हैं. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले जा रहे मैच के दौरान भी वे केवल 2 रन पर आउट हो गए. इससे पहले 5 मैचों में उन्होंने कुल 37 रन बनाए थे. यानी कि आज के दौरान मिलाकर उनका छह मैचों का कुल स्कोर 39 रन है. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अभी तक कोई विकेट नहीं लिया. दीपक हुड्डा की कीमत पौने छह करोड़ रुपए हैं. इसको अगर 39 से विभाजित किया जाए तो प्रत्येक रन की कीमत करीब ₹14 लाख रूपये से अधिक है. संभव है कि आगे खेले जाने वाले मैचों में दीपक हुड्डा रन बनाएं मगर उनको सातवें मुकाबले में क्यों खिलाया जाए इसका जवाब किसी के पास नहीं है.
मैच से पहले होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगातार दीपक हुड्डा का बचाव किया जाता रहा है. इसके बावजूद दीपक हुड्डा लगातार टीम प्रबंधन को निराश करते रहे हैं. फंसे हुए मैचों में लखनऊ की टीम का मध्यक्रम दीपक हुड्डा के आउट होते ही ढह रहा है. दूसरे नंबर की बल्लेबाजी बहुत महत्वपूर्ण होती है और उसी विक्रम पर आने वाला बल्लेबाज दहाई की रन संख्या तक भी नहीं पहुंच रहा है. जिससे टीम को जबरदस्त नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद कप्तान और कोच उनको लगातार बेहतरीन मौका देते रहे हैं. टीम की बेंच स्टैंड पर अच्छे खिलाड़ी अभी भी मौजूद हैं. क्विंटन डी कॉक को एक भी मौका नहीं मिला है. जबकि दीपक हुड्डा लगातार मैच पर मैच खेल रहे हैं और असफल होते जा रहे हैं.