लखनऊ: राजधानी में संदिग्धों पर नजर रखने के लिए तीसरी आंख लगाई गई, लेकिन चोरों ने उस तीसरी आंख की आत्मा ही चुरा ली. राजधानी में चोरों ने स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे के यूपीएस बैटरी ही चुरा लीं. कैसरबाग थाने में मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. अब पुलिस चोरों की तलाश कर रही है.
दरअसल, लखनऊ में स्मार्ट परियोजना के तहत आईटीएमएस ने शहर भर में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों को पावर बैकअप देने के लिए यूपीएस बैटरी लगाई जाती है. कैसरबाग थाना क्षेत्र के बापू भवन के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की यूपीएस बैटरी 12 मार्च को सुबह चोरों ने उड़ा दीं. ये कैमरे विधानसभा से महज 50 मीटर की दूरी पर लगे हैं.
स्मार्ट सिटी परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर ने कैसरबाग थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. कैसरबाग थाना प्रभारी रामेंद्र तिवारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी कैमरों की मदद से चोरों का पता लगाया जा रहा है.
राजधानी में गमले भी हो चुके हैं चोरीः इससे पहले राजधानी में जी20 और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए शहर का सौंदर्यीकरण किया गया था. इसके लिए राजधानी में सड़कों पर गमले लगाए गये थे. करीब 100 से अधिक गमले चोर उड़ा ले गए थे. राजधानी के विभिन्न थानों में इस मामले को लेकर भी मुकदमा दर्ज कराया गया था. वहीं, इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ की मंडलायुक्त ने शहर भर में इन गमलों की सुरक्षा के लिए नगर निगम और विकास प्राधिकरण को अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे. हालांकि अब चोरों ने सीसीटीवी कैमरों की बैटरी ही चुरा ली. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर जिन गमलों और संदिग्धों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. अब उन सीसीटीवी कैमरों की सुरक्षा कैसी की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः कानपुर एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार का घूस लेते वन विभाग के प्रधान सहायक को दबोचा