लखनऊ। योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर बरसे. उन्होंने दोनों दलों को एक बताते हुए विपक्षी दलों पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. कहा कि अपराधियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई से दोनों दलों को पीड़ा ही नहीं हो रही, बल्कि मुख्तार अंसारी को बचाने के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगाए हुए है.
कार्रवाई से राजनीतिक आका भी बदहवास
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली वर्तमान राज्य सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार अपराध के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति को अपनाया हुआ है. यूपी में पिछले करीब पौने चार साल में अपराधियों, माफिया के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई ने माफिया के साथ-साथ उनके राजनीतिक संरक्षकों को भी 'बदहवास' सा कर दिया है.
दोनों दलों के नेताओं को पीड़ा
उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की हालिया गतिविधियां और बयान उनकी असल नीति और नियत को उजागर करते हैं। मुख्तार अंसारी पर हो रही कार्रवाई से इन दोनों दलों के नेताओं को एक समान पीड़ा हो रही है। दावा किया कि दोनों दलों के नेता एक समान हैं। माफिया के बारे में दोनों की सोच एक जैसी है।
मुख्तार अंसारी को पंजाब सरकार का संरक्षण
भाजपा नेता ने कहा कि शायद यही वजह है कि प्रियंका ने स्व. विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय के मार्मिक पत्र का जवाब तक देना जरूरी नहीं समझा। मुख्तार अंसारी जैसे कुख्यात समाज विरोधी माफिया को आज कांग्रेस के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त है। अलका राय ने मार्मिक भाव के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा को पत्र लिखा था, उसका अब तक जवाब न मिलने से कांग्रेस पार्टी की माफिया से मिलीभगत का खुलासा होता है।
अंसारी को यूपी आने से रोक रही कांग्रेस सरकार
पंजाब सरकार किसी भी तरह से मुख्तार अंसारी को बचाना चाहती है। नियमों को तोड़ मरोड़ कर कोशिश कर रही है कि किसी भी प्रकार मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश कोर्ट में पेशी पर न आ सके। उचित यही है कि एक महिला होने के नाते ही सही पर प्रियंका जी को अलका राय के पत्र का जवाब देना ही चाहिए।
अखिलेश यादव को भी हो रही पीड़ा
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पिछले दिनों योगी सरकार के माफिया के काले साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए थे। मुख्तार अंसारी जैसों पर हो रही कार्रवाई से उनके मन में हो रही पीड़ा को समझा जा सकता है। सैफई ब्रांड समाजवादी पार्टी और माफिया का गठजोड़ किसी से छुपा नहीं है। सपा हमेशा से ही माफिया को पालती रही है। इनकी इन्हीं कारगुजारियों से प्रदेश में गंदगी फैली. अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उस गंदगी को साफ कर रही है।
सफाई अभियान से सपा-कांग्रेस का भी हो रहा सफाया
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यह सुखद है कि इस स्वच्छता अभियान में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के अस्तित्व का भी सफाया हो रहा है। हाल ही में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने सपा में शरण ली है। यह एक ही घर के किसी दूसरे कमरे में जाने जैसा है। कांग्रेस और सपा में कोई अंतर नहीं है। कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाला हर अराजक तत्व योगी के निशाने पर है। वह कोई पेशेवर अपराधी हो या फिर राजनीतिक प्रदर्शनकारियों के वेश में हड़ताल और बंदी के नाम पर सरकारी और निजी संपत्तियों में तोड़फोड़, आगजनी करने वाली अराजक जमात।
ध्वस्त हो रहा माफिया का साम्राज्य
योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कुछ साल पहले तक जिन माफिया की हैसियत सूबे की सरकार को बनाने बिगाड़ने की हुआ करती थी। वे आज जेल में बंद अपने साम्राज्य को ध्वस्त होते देखने को मजबूर हैं। जन भावनाओं के अनुरूप यह कार्रवाई जारी रहेगी। योगी सरकार का रुख बिल्कुल साफ है। सब जानते हैं कि माफिया के अधिकांश महल और ठिकाने अवैध तरीके से काब्जाई गई जमीनों पर काली कमाई से बनते हैं।
माफिया के महल गिराकर बनेगा गरीबों का आशियाना
प्रदेश में अपराधियों के महल ढहाकर योगी सरकार उन स्थानों पर गरीबों के लिए आशियाने बनाने जा रही है। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि ये जमीनें भी गरीबों और मजदूरों की ही होती हैं। इनको बनाने में इन्हीं गरीबों का खून पसीना लगा होता है। सरकार माफिया के इन ठिकानों को जमींदोज कर वहां गरीबों का आवास बनाने जा रही है तो इसका स्वागत होना चाहिए। लोग कर भी रहे हैं। तकलीफ सिर्फ उनको है जो इनके सरपरस्त हैं।