लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ भू माफिया के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किए हुए हैं. जिन भू माफिया ने सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा किया है उन पर बुलडोजर भी चल रहा है. बावजूद इसके भू माफिया सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं. लिहाजा एक बार कार्रवाई होने के बाद भी सरकारी जमीनों पर गुंडे माफिया कब्जा कर ले रहे हैं. लखनऊ में इनकी संख्या 470 है, जिन पर एक बार कार्रवाई हुई, लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अन्य जमीन पर कब्जा कर लिया. लखनऊ पुलिस अब इन पर गैंगस्टर की कार्रवाई करेगी.
यूपी के राजधानी में 470 भू माफिया सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिला प्रशासन की कार्रवाई होने और एक बार एफआईआर दर्ज करने के बाद भी ये माफिया सरकारी और गरीबों को जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं. जिसके बाद पुलिस फिर से इन पर एफआईआर कर देती है. लिहाजा इन भू माफियाओं को एफआईआर दर्ज होने से ज्यादा फर्क पड़ता नहीं दिखता है, ऐसे में इन पर लगाम लगाने के लिए राजधानी की पुलिस ने फैसला किया है. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि 'राजधानी के पांच जोन में कुल 470 भू माफिया ऐसे हैं, जिनके खिलाफ दो या दो से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. इन पर कई बार कार्रवाई की गई, बावजूद ये सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं.'
गुंडा एक्ट लगेगा तो जेल से छुटने पर माफियाओं के छूटेंगे पसीने : डीसीपी के मुताबिक, भू माफिया द्वारा कार्रवाई होने के बाद भी कब्जा करने की शिकायतें मिलने और एफआईआर दर्ज करने के बाद कोई खास इन पर प्रभाव न पड़ने को देखते हुए बीते साढ़े तीन वर्षों की 750 से अधिक फाइलों को खंगाला गया, जो अवैध कब्जों को लेकर थीं. इसमें 470 ऐसे भू माफिया मिले जिन पर एक बार कार्रवाई हुई, लेकिन दोबारा फिर से अवैध कब्जा करने लगे. अब इन सभी 470 भू माफिया पर गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. डीसीपी ने बताया कि इससे पहले ये जेल जाने पर जमानत लेकर बाहर आते थे, फिर लोगों को धमकाने और कब्जा करने में लग जाते थे, लेकिन गैंगस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई होने पर इतने जल्दी इन्हें जमानत नहीं मिल सकेगी. इतना ही नहीं उनकी संपत्ति भी जब्त की जा सकेगी.
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